नई दिल्ली: दिल्ली में वैक्सीनेशन अभियान के तहत स्वास्थ्यकर्मियों को वैक्सीनेशन के लिये प्रेरित करने और उनका उत्साहवर्धन करने के लिये खास इंतज़ाम किये जा रहे हैं. वैक्सीनेशन साइट्स पर स्वास्थ्यकर्मियों का वैक्सीन लगवाने के दौरान उत्साह बना रहे इसलिए प्रशासन द्वारा अस्पतालों में अनोखे इंतज़ाम किए जा रहे हैं. संगीत से लेकर सेल्फी तक हर तरीके से वैक्सीनेशन साइट का माहौल खुशनुमा बनाया जा रहा है. वैक्सीन लगवाने वाले हेल्थकेयर वर्कर्स के सम्मान में उनके साथी तालियां बजाकर हौसला अफजाई करते हैं.


पश्चिमी दिल्ली के आचार्य श्री भिक्षु हॉस्पिटल में कुल 500 रजिस्टर्ड हेल्थकेयर वर्कर्स हैं. पहले दिन वैक्सीन लगवाने के लिये जहां महज़ 36 हेल्थकेयर वर्कर पहुंचे थे वहीं पांचवे दिन 61 हेल्थकेयर वर्कर ने टीका लगवाया. आकंडों में ये बदलाव वैक्सीनेशन साइट में किये गये बदलावों का नतीजा है. वैक्सीन को लेकर तमाम, अफवाहों, आशंकाओं और चिंताओं पर विराम लगाने के लिये और हेल्थकेयर वर्कर्स में भरोसा बनाने के लिये प्रशासन के आदेश के हिसाब से कई इंतज़ाम किये गये हैं. ज़्यादा से ज़्यादा संख्या में स्वास्थ्यकर्मी वैक्सीनेशन ड्राइव में हिस्सा लें और उन्हें प्रोत्साहित किया जा सके इसके लिये तमाम बंदोबस्त किये गये हैं.


मेडिटेशन म्यूज़िक से किया जा रहा है बेचैनी का समाधान


अस्पताल की वैक्सीनेशन साइट में बने वेटिंग एरिया में अपनी बारी का इंतज़ार कर रहे हेल्थकेयर वर्कर्स के मनोरंजन के लिए धीमे संगीत की व्यवस्था की गई है. इसमें ओम का उच्चारण करते मेडिटेशन म्यूजिक का इस्तेमाल किया गया है. अस्पताल के एमएस डॉ बी एल चौधरी ने कहा की शुरुआत में अफवाहों के चलते लोगों के मन में कई तरह की शंकायें थीं. जिसके चलते कई बार बेचैनी की समस्या भी हो जाती थी. इसलिये हमने खास ओम के उच्चारण वाला संगीत वेटिंग एरिया में लगवाया है ताकि लोग किसी भी तरह की बेचैनी और डर से बचें. आचार्य श्री भिक्षु हॉस्पिटल में नर्सिंग स्टाफ और साइट की वैक्सीनेटर कुसुम लता ने बताया कि संगीत से टीका लगवाने वाले हेल्थकेयर वर्कर्स को काफी मदद मिल रही है. उन्होंने कहा कि ओम का संगीत लोगों को काफी राहत देता है. वैक्सीन को लेकर लोगों में भ्रम हैं कि साइड इफेक्ट हो सकता है. हेल्थकेयर वर्कर्स को सबसे पहले वैक्सीन लगाए जाने का सरकार का फैसला बेहद सकारात्मक हैं, इससे जनता के बीच संदेश भी जाता है कि वैक्सीन सेफ है. खास बात ये है कि वैक्सीनेटर वैक्सीन के बारे में समझाने के साथ-साथ स्वास्थ्यकर्मियों को वैक्सीनेशन को प्रमोट करने की भी हिदायत देती हैं.


वैक्सीनेशन वाली सेल्फी


वैक्सीनेशन साइट पर सेल्फी बूथ भी बनाये गये हैं. वैक्सीनेशन के बाद ऑब्जरवेशन एरिया से बाहर आकर स्वास्थ्यकर्मी हाथ में प्लेकार्ड लेकर फोटो के लिये पोज़ भी करते हैं. इन प्लेकार्ड पर 'आई गॉट कोविड-19 वैक्सीन' का संदेश लिखा रहता है. अस्पताल की ओर से एक फोटोग्राफर को रखा गया है जो वैक्सीन लगवाने वाले लोगों की फोटो खींचते हैं. अस्पताल का एक खास व्हाट्सएप्प ग्रुप भी बनाया गया है जिसमें इन तस्वीरों को साझा किया जाता है. तस्वीर के साथ स्वास्थ्यकर्मी अपना अनुभव भी बताते हैं और बाकी लोगों को भी वैक्सीनेशन के लिये प्रेरित करते हैं. सेल्फी लेकर लोग सोशल मीडिया पर पोस्ट करके भी वैक्सीनेशन को बढ़ावा देने का संदेश देते हैं.


तालियों से होता है अभिवादन


स्वास्थ्यकर्मियों का उत्साह बढ़ाने के लिए वैक्सीनेशन कराने वाले लोगों का तालियों से अभिवादन किया जाता है. वैक्सीनेशन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद जब स्वास्थ्यकर्मी बाहर आते हैं तो अस्पताल का स्टाफ उसके लिए तालियां बजाता है. मोती नगर इलाके के विधायक शिवचरण गोयल भी वैक्सीनेशन साइट पर हेल्थकेयर वर्कर्स का उत्साहवर्धन करने पहुंचे और उनके सम्मान में तालियां बजाईं. शिवचरण गोयल ने कहा कि इन हेल्थकेयर वर्कर्स ने अपनी जान की परवाह न करते हुए मुश्किल समय में अपना फर्ज निभाया. इसलिए हमारा फ़र्ज़ बनता है कि हम इनका हौसला बढ़ाने के लिये जो बन सके वो करें. वैक्सीन के प्रति उत्साह बढ़ाने के लिए अस्पताल में म्यूजिक का इंतज़ाम किया गया है और सब लोग तालियां बजाकर उनका उत्साह बढ़ाते हैं. वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित है और हम चाहते हैं कि लोग बड़ी संख्या में आकर वैक्सीन लगवाएं. हेल्थकेयर वर्कर्स सुरक्षित रहेंगे तो हम भी सुरक्षित रहेंगे. गौरतलब है कि दिल्ली में टीकाकरण के शुरुआती 3 दिनों में वैक्सीनेशन की प्रतिशत काफी कम रहा था. हालांकि चौथे दिन ये आंकड़ा बढा था. ऐसे में दिल्ली सरकार की ओर से कई प्रयास किये जा रहे हैं की ये संख्या और बढ़े.


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