नई दिल्ली: केन्द्रीय मंत्री और बीजेपी नेता केजे अल्फोंस ने सोमवार को कहा कि सबरीमाला मंदिर में जो महिलाएं प्रवेश करना चाहती थीं, वे कानून व्यवस्था में खलल डालने के इरादे से ऐसा करना चाहती थीं. अल्फोंस ने सबरीमाला मंदिर में जाने का प्रयास करने वाली एक ‘मुस्लिम’ और एक ‘ईसाई’ महिला की मंशा पर सवाल उठाए और आरोप लगाया कि वे वहां भगवान अयप्पा के प्रति प्रेम के लिए नहीं, बल्कि कानून व्यवस्था में खलल डालने के लिए गई थीं.


उन्होंने यहां मीडिया से बात करते हुए आरोप लगाया, ‘‘सबरीमाला मंदिर में अव्यवस्था पैदा करने का प्रयास कौन कर रहा है? एक मुस्लिम महिला जो मस्जिद तक नहीं जाती है, वह एक बात साबित करने के लिए सबरीमाला में जाने का प्रयास करती है. एक ईसाई लड़की थी जो चर्च तक नहीं जाती है वह सिर्फ कैमरों के सामने आने के लिए सबरीमाला जा रही थी.’’ अल्फोंस ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि यह स्वीकार्य नहीं है. मुझे लोकतंत्र पसंद है, मुझे अभिव्यक्ति की आजादी पसंद है. ’’


आपको बता दें कि केरल के सबरीमाला मंदिर में सभी महिलाओं की एंट्री का बीजेपी समेत कई दल और संगठन विरोध कर रहे हैं. सुप्रीम कोर्ट ने मंदिर में 10 से 50 साल की महिलाओं को एंट्री करने की इजाजत दी है. हालांकि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद महिलाएं अब तक प्रवेश नहीं कर सकीं.


शीर्ष अदालत के फैसले के खिलाफ प्रदर्शनों के लिए 26 अक्टूबर से अब तक करीब 3,345 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया है जबकि राज्य भर के विभिन्न पुलिस थानों में 517 मामले दर्ज किए गए हैं. हालांकि, अधिकांश को जमानत पर छोड़ा जा चुका है.


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