केरल में मुस्लिम लीग का महिला मोर्चा भंग, पुरुष नेता के खिलाफ यौन उत्पीड़न की शिकायत के बाद उठाया गया कदम
केरल में मुस्लिम लीग ने महिला मोर्चे को भंग कर दिया है. पार्टी ने पुरुष नेता के खिलाफ शिकायत करने के महिला विंग के खिलाफ यह कदम उठाया है.
मलाप्पुरमः इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल) ने अनुशासनहीनता का हवाला देते हुए मुस्लिम छात्र संघ (एमएसएफ) की महिला शाखा ‘हरिथा’ की राज्य समिति को बुधवार को भंग कर दिया. दरअसल, एमएसएफ की महिला शाखा की कुछ सदस्यों के मुताबिक पार्टी के पुरुष सदस्यों ने उन पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी. यौन उत्पीड़न को लेकर महिला सदस्यों ने केरल महिला आयोग में शिकायत भी दर्ज कराई है.
शिकायत वापस नहीं लिए जाने के कारण आईयूएमएल ने ‘हरिथा’ की राज्य समिति को भंग करने का फैसला लिया है. पार्टी ने इस बात की घोषणा उच्च स्तरीय बैठक के बाद ली.
उच्च स्तरीय समिति की बैठक के बाद इस फैसले की घोषणा करते हुए, मुस्लिम लीग के राज्य महासचिव पीएमए सलाम ने कहा कि हरिथा नेताओं की ओर से 'घोर अनुशासनहीनता' ने पार्टी नेतृत्व को हरिथा की वर्तमान समिति को भंग करने के लिए मजबूर किया है.
हरिथा-एमएसएफ की राज्य समिति की 10 सदस्यों ने कुछ महीने पहले राज्य समिति की बैठक के दौरान कथित रूप से अपमानजनक टिप्पणी करने और अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल करने के लिए एमएसएफ के कुछ पुरुष सदस्यों के खिलाफ राज्य महिला आयोग में याचिका दायर की थी.
इस मामले को लेकर आईयूएमएल के शीर्ष नेताओं द्वारा कोई कार्रवाई नहीं किए जाने पर हरिथा ने महिला आयोग का रुख किया था. इसके बाद आईयूएमएल ने हरिथा को शिकायत वापस लेने का आदेश दिया था.
मुस्लिम लीग नेतृत्व के हस्तक्षेप के बाद, एमएसएफ के प्रदेश अध्यक्ष पीके नवास, जिन पर महिला सदस्यों के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने के आरोप है, उन्होंने इस घटना पर खेद व्यक्त किया था, लेकिन वह अपने दावे पर अड़े रहे कि उन्होंने किसी भी अशब्द का इस्तेमाल दुर्भावनापूर्ण इरादे से नहीं किया था.
फिर से विवादों में घिरा विश्व भारती विश्वविद्यालय, 11 फैकल्टी सस्पेंड, जानें- क्या है पूरा मामला