नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सूर्य नमस्कार के आसनों को नमाज जैसा बताया था. इस पर अब खूब चर्चा हो रही है. इसके साथ ही अब मुस्लिम धर्मगुरुओं ने इस बयान का स्वागत किया है. धर्मगुरुओं ने कहा है कि यह बयान हिंदू-मुस्लिम एकता को दर्शाने वाला है.
यह हिंदू-मुसलमान को जोड़ने का काम है
ऑल इंडिया इमाम ऑर्गेनाइजेशन के उमेर अहमद इलियासी ने कहा कि सूर्य नमस्कार पूरी पूजा की प्रक्रिया है और नमाज इश्वर की इबाबत का तरीका. इलियासी ने कहा कि उन्हें लगता है कि यह हिंदू-मुसलमान को जोड़ने का काम है. उनके अनुसार इसका स्वागत होना चाहिए.
सूर्य नमस्कार की तुलना मुसलमानों की नमाज से की थी
इससे पहले सीएम योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को कहा था कि 2014 से पहले लोग योग को सांप्रदायिक मानते थे. लेकिन, अब इसका लोहा पूरा विश्व मानता है. योग के सबसे अहम हिस्से सूर्य नमस्कार की तुलना मुसलमानों की नमाज से करते हुए यूपी के सीएम ने कहा कि सूर्य नमस्कार भी कुछ हद तक नमाज से मिलता जुलता है. इसे सांप्रदायिक नजरिए से नहीं देखना चाहिए.
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