Salman Rushdie Attacked: सलमान रुश्दी की किस किताब को लेकर मुस्लिम दुनिया रही है खफा? जानिए
Salman Rushdie Attacked: लेखक सलमान रुश्दी पर जानलेवा हमला किया गया है. उनकी एक किताब को लेकर उन्हें पिछले तीन दशकों से धमकियां मिलती रही हैं.
The Satanic Verses Book: ब्रिटिश लेखक सलमान रुश्दी (Salman Rushdie) पर शुक्रवार को न्यूयॉर्क (New York) में एक कार्यक्रम के दौरान मंच पर जानलेवा हमला (Attack) किया गया. हमलावर ने सलमान रुश्दी की गर्दन पर चाकू से वार किए हैं. न्यूयॉर्क पुलिस ने हमलावर को हिरासत में ले लिया है. हमले में घायल सलमान रुश्दी को हेलीकॉप्टर के जरिए अस्पताल ले जाया. जहां उनका इलाज चल रहा है. 75 वर्षीय सलमान रुश्दी को उनकी एक किताब 'द सैटेनिक वर्सेज' (The Satanic Verses) के लिए कई सालों से धमकियां मिलती रही हैं.
इस उपन्यास को कुछ मुसलमानों ने पैगंबर मोहम्मद का अपमान माना था. भारतीय मूल के ब्रिटिश नागरिक सलमान रुश्दी की बुक 'द सैटेनिक वर्सेज' 1988 में आई थी और तभी से ये ईरान में प्रतिबंधित है. इस बुक पर इस्लाम के प्रति ईशनिंदा करने का आरोप लगाया गया है. कई ईरानी नेताओं ने उनके सिर पर इनाम पर रखा था.
सलमान रुश्दी की मौत को लेकर फतवा हुआ था जारी
द सैटेनिक वर्सेज किताब को लेकर ईरान के दिवंगत नेता अयातुल्ला रूहोल्लाह खुमैनी ने एक फतवा भी जारी किया था जिसमें सलमान रुश्दी की मौत की अपील की गई थी. ईरान की ओर से रुश्दी को मारने वाले को 30 लाख डॉलर का इनाम देने की भी घोषणा की गई थी. हालांकि ईरान की सरकार ने बाद में अयातुल्ला रूहोल्लाह खुमैनी के फरमान से खुद को अलग कर लिया था. हालांकि ईरान के अंदर सलमान रुश्दी के खिलाफ भावना बनी रही. 2012 में एक ईरानी फाउंडेशन ने सलमान रुश्दी पर रखे इनाम को बढ़ाकर 3.3 मिलियन डॉलर कर दिया था.
क्या था इस किताब में विवादित?
इस उपन्यास को लेकर कट्टरपंथियों ने आरोप लगाया था कि इसमें पैगंबर मोहम्मद का अपमान किया गया है. इस किताब का टाइटल एक विवादित मुस्लिम परंपरा के बारे में था. इस बुक के आते ही पूरी दुनिया में प्रदर्शन शुरू हो गए थे. जिसके बाद इस किताब को कई देशों में प्रतिबंधित कर दिया गया था. इस बुक को लेकर जहां सलमान रुश्दी को जान से मारने की धमकियां मिलती रही हैं वहीं इस उपन्यास के जापानी ट्रांसलेटर की हत्या कर दी गई थी. इतना ही नहीं, इस बुक के पब्लिशर पर भी हमला किया था.
20 सालों से रह रहे हैं अमेरिका में
इन घटनाओं के बाद सलमान रुश्दी (Salman Rushdie) को ब्रिटेन में सरकार द्वारा पुलिस सुरक्षा प्रदान की गई थी. धमकियों के कारण उन्होंने लगभग एक दशक छिपने और बार-बार अपने ठिकानों को बदलते हुए बिताया है. 1990 के दशक के अंत में जब ईरान (Iran) ने कहा कि वह उनकी हत्या का समर्थन नहीं करेगा तब रुश्दी ने बाहर आना शुरू किया. अब वे लगभग 20 सालों से अमेरिका (America) में रह रहे हैं.
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