Mohammad bin Abdulkarim Al-Issa India Visit: भारत की पांच दिवसीय यात्रा पर आए मुस्लिम वर्ल्ड लीग के महासचिव शेख मोहम्मद बिन अब्दुलकरीम अल-इस्सा ने दिल्ली की जामा मस्जिद में शुक्रवार (14 जुलाई) की नमाज अदा की. इस दौरान अपने खुत्बा (भाषण) में उन्होंने कहा, ''इस्लाम दोहरी बातें पसंद नहीं करता है. मुस्लिमों को सच्चा होने जरूरत है.''


उन्होंने कहा, ''इस्लाम अच्छे चरित्र को बहुत अहमियत देता है. मुस्लिमों को हर किसी के प्रति दयालू जरूर होना चाहिए. इस्लाम में अतिवाद के लिए कोई जगह नहीं है. हमें अपने अपने पड़ोसियों का खयाल रखने की जरूरत है.''


मुस्लिम वर्ल्ड लीग के महासचिव ने बताया इस्लाम क्या सिखाता है


शेख मोहम्मद बिन अब्दुलकरीम अल-इस्सा ने कहा, ''इस्लाम संपूर्ण मानवता का सम्मान करना सिखाता है. इस्लाम इंसानियत की रक्षा करने में विश्वास रखता है. इस्लामी संदेश भूगोल, संदर्भ और विविधता का सम्मान करता है. सच्चा आस्तिक सीधे रास्ते पर चलता है. सच्चे आस्तिक को दयालु हृदय का होना चाहिए. जो लोग हिंसा का मार्ग अपनाते हैं, उनकी हार होगी.''


11 जुलाई को अल-इस्सा ने पीएम मोदी से की थी मुलाकात


बता दें कि अल-इस्सा ने मंगलवार (11 जुलाई) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी. दोनों की मुलाकात के बारे में प्रधानमंत्री कार्यालय ने जानकारी दी थी. पीएमओ ने कहा था, ''उन्होंने (पीएम मोदी और अल-इस्सा) अंतर-धार्मिक सद्भाव, शांति को आगे बढ़ाने और मानव प्रगति की दिशा में काम करने के विभिन्न पहलुओं पर गहन चर्चा की.''


भारत सरकार के निमंत्रण पर आए हैं अल-इस्सा


मुस्लिम वर्ल्ड लीग के महासचिव अल-इस्सा भारत सरकार के आधिकारिक निमंत्रण पर भारत आए हैं. पीएम मोदी से मुलाकात के बाद एक दिन बाद मुस्लिम वर्ल्ड लीग महासचिव अल-इस्सा ने समावेशी विकास के प्रति प्रधानमंत्री के ‘चाहतपूर्ण दृष्टिकोण’ की सराहना की थी. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी चरमपंथ और घृणा के सभी पहलुओं का मुकाबला करने के लिए मिलकर काम करने के महत्व पर सहमत हुए, भले ही ऐसी घटनाओं का स्रोत कुछ भी हो.


(इनपुट भाषा से भी)


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