रांची: झारखंड की राजधानी रांची के हटिया इलाके में रहने वाली योग अध्यापिका रफिया नाज के योग सिखाने के खिलाफ उनके समुदाय से मिली धमकी और उनके आवास पर कथित तौर पर कुछ लोगों द्वारा पत्थर फेंकने के बाद सुरक्षा बढ़ा दी गयी है. रफिया ने बाबा रामदेव के साथ भी मंच शेयर किया था.



रांची के पुलिस प्रवक्ता पुलिस उपाधीक्षक विकासचंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि रफिया को मंच पर योग करने के खिलाफ उनके समुदाय के ही कुछ लोगों ने धमकी दी थी, जिसकी उसने दो दिनों पूर्व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कुलदीप द्विवेदी से शिकायत की थी.



इसके बाद उसे पुलिस सुरक्षा प्रदान कर दी गयी थी लेकिन आज एक टीवी चैनल पर उसका साक्षात्कार दिखाये जाने के बाद कथित तौर पर कुछ लोगों ने उसके घर पर पत्थर फेंके जिसके बाद स्वयं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एवं अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने उसके घर का दौरा कर उससे और उसके परिजनों से मुलाकात की और उसे पूरी सुरक्षा का आश्वासन दिया.



उन्होंने बताया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है और पूछताछ के लिए कुछ लोगों को थाने पर बुलाया भी गया है. इस बीच नाज के घर पर पुलिस की दो क्विक रिस्पांस टीमें भी तैनात कर दी गयी हैं. उसके घर की सुरक्षा की जिम्मेदारी क्षेत्र के पुलिस उपाधीक्षक विकास पांडेय स्वयं देख रहे हैं.


पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया है कि इस मामले को कुछ लोगों ने और मीडिया के एक वर्ग ने अधिक तूल दिया जबकि ऐसी बात थी नहीं. रांची में हटिया के डोरंडा इलाके की रहने वाली राफिया नाज योग सिखाकर अपनी आजीविका चलाती हैं जबकि योग सिखाना जारी रखने पर उसे फतवे के जरिये धमकाया गया.