(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
मुजफ्फरपुर: मॉब लिंचिंग पर पीएम मोदी को खत लिखने वाली 49 हस्तियों के खिलाफ हुई FIR होगी रद्द
अपने खुले खत में सेलिब्रिटियों ने मुस्लिम, दलित, और अन्य अल्पसंख्यकों के खिलाफ हो रही मॉब लिंचिंग की घटनाओं को तुरंत रोकने की मांग की थी. इसके साथ ही उन्होंने कहा था कि बिना विरोध के कोई लोकतंत्र नहीं होता है.
मुजफ्फरपुर: मॉब लिंचिंग की बढ़ती घटनाओं को रोकने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखने वाली करीब 50 जानी-मानी हस्तियों के खिलाफ दर्ज राजद्रोह का मामला बंद करने का आदेश दिया गया है. मुजफ्फरपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने आज इसे लेकर आदेश जारी किया.
एसएसपी मनोज कुमार सिन्हा ने कहा कि मैंने मामला बंद करने का आदेश दिया है क्योंकि अब तक की जांच में यह बात सामने आई है कि आरोपियों के खिलाफ लगाए गए आरोप शरारतपूर्ण हैं और उनमें कोई ठोस आधार नहीं है. बता दें कि स्थानीय वकील सुधीर कुमार ओझा की एक अपील पर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के आदेश पर पिछले हफ्ते सदर पुलिस थाना में एफआईआर दर्ज की गई थी.
मॉब लिंचिंग के खिलाफ पीएम मोदी को खुला खत लिखने वाले 50 सेलिब्रिटीज़ के खिलाफ दर्ज हुआ केस
आपको बता दें कि बिहार के मुजफ्फरपुर में श्याम बेनेगल और 48 अन्य हस्तियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. जिन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज हुआ है उनमें अनुराग कश्यप, अपर्णा सेन, मणिरत्नम, अडूर गोपालकृष्णन, सौमित्र चटर्जी, शुभा मुद्गल और इतिहासकार रामचंद्र गुहा भी शामिल हैं.
इन हस्तियों ने पीएम मोदी को चिट्ठी लिखी उसमें कहा गया था कि मुसलमानों, दलितों और अन्य अल्पसंख्यकों को भीड़ द्वारा पीट पीटकर हत्या करना तत्काल रुकना चाहिए. बिना असंतोष के लोकतंत्र नहीं होता है. जयश्रीराम भड़काऊ नारा हो गया है. एफआईआर को लेकर दिग्गज फिल्म मेकर श्याम बेनेगल ने कहा था कि भीड़ की हिंसा की बढ़ती घटनाओं पर फिक्र जताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखा गया खुला पत्र महज अपील था न कि कोई धमकी.
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