नई दिल्ली: मुजफ्फरपुर बलिकागृह मामले में गिरफ्तार मधु ने सीबीआई पर आरोप लगया की उसे सीबीआई मंत्री और अधिकारियों का नाम जबरन लेने को कह रही है. उसने बताया कि इस मामले से जुड़ी सारी जानकारी उसने सीबीआई दे दिया है लेकिन फिर भी उस पर दबाव बनाया जा रहा है.
बता दें कि चार दिनों की रिमांड पूरी होने पर सीबीआई ने उसे पॉक्सो कोर्ट में आज पेश किया. पेशी के बाद सीबीआई को फिर तीन दिनों की रिमांड दी गई है. कोर्ट पेशी के दौरान मधु ने बताया, ''सीबीआई जबरदस्ती अधिकारी और नेताओं के नाम बताने को कह रही है.'' मधु के इन आरोपों को सीबीआई के अधिकारियों ने खारिज कर दिया है. उन्होंने कहा है कि यह सब गलत है ऐसा कुछ भी नही है.
बता दें कि मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड के उजागर होने के बाद से ही फरार चल रही मिस्ट्री वुमन मधु ने आखिरकार CBI के सामने सरेंडर कर दिया था. मधु बालिका गृह कांड के आरोपी ब्रजेश ठाकुर की बेहद करीबी बताई जाती है. मधु को से जब पूछताछ की गई तो उसने स्वीकार किया कि वो पहले ब्रजेश ठाकुर के एनजीओ के लिए एड्स कंट्रोल का काम करती थी. लेकिन साथ ही ये भी दावा किया कि अब उसका काम अलग होता है. मधु ने बताया था कि वो ब्रजेश ठाकुर के उर्दू अखबार हालात-ए-बिहार के लिए आर्टिकल लिखती थी. इतना ही नहीं जब वो नवीं क्लास में थी तब से उनके लिए आर्टिकल लिखती रही है.
मधु ने साफ कहा था कि उसका बालिका गृह या ब्रजेश ठाकुर के घर आना-जाना नहीं था. हालांकि उसने स्वीकार किया कि वो ब्रजेश ठाकुर के एनजीओ से जरूर जुड़ी हुई थी. वो एनजीओ में कागजी काम देखती थी. लेकिन मधु के मुताबिक ब्रजेश ठाकुर के एनजीओ के अलावा वो और भी कई एनजीओ से जुड़ी हुई थी.
जब पूछताछ के दौरान उससे ये सवाल किया गया कि क्या बालिका गृह में बच्चियों के साथ यौन शोषण होता था तो मधु ने खुद को इससे अनजान बताया और कहा कि इस बारे में उसे कोई जानकारी नहीं है. लेकिन अगर ऐसा कुछ हुआ है तो वो भी उसकी निंदा करती है.