'जरूरत से ज्यादा स्मार्ट बन रही हैं...', जब सुप्रीम कोर्ट की जस्टिस ने लड़की से कहा
Supreme Court News: सुप्रीम कोर्ट के सामने एक लड़की ने अपने परिवार के साथ न रहने की बात कही है. उसका आरोप है कि उसका भाई उसके साथ यौन उत्पीड़न करता है.
Supreme Court: सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार (30 मई) को 20 साल की लड़की के कथित अपहरण के मामले की सुनवाई के दौरान बड़ी टिप्पणी की. लड़की ने खुद कोर्ट के सामने आकर अपनी बात रखी. उसने कोर्ट में कहा, "मैं अपने परिवार के साथ नहीं रहती हूं और मेरा भाई मेरा साथ यौन उत्पीड़न करता है." उसके इस आरोप पर जस्टिस बेला त्रिवेदी ने कहा, "आप ऐसे आरोप नहीं लगाएंगी. कुछ भी बोल रही हैं."
लाइव लॉ के मुताबिक, कोर्ट ने आरोपी व्यक्ति की याचिका पर विचार करने से इनकार कर दिया है. कोर्ट ने लड़की को वाराणसी वापस ले जाने तक दिल्ली पुलिस से सुरक्षा भी प्रदान करने को कहा है. लड़की ने ये भी कहा, "अदालती कार्यवाही से पहले उसके सगे भाई का अपहरण कर लिया गया था. उसने कहा कि वह खतरे के डर से वापस नहीं जा रही है."
जस्टिस बेला त्रिवेदी ने आगे कहा, "वह इस केस को सुनने की इच्छुक नहीं हैं. आप कानून अपने हाथ में नहीं ले सकते. जरूरत से ज्यादा स्मार्ट हो रहे हैं. कुछ भी बोले जा रहे हैं." इसपर वकील ने कहा, "लड़की ने खुद ही बाहर जाने का फैसला लिया है." जस्टिस ने वकील की बात पर कहा, "नहीं, कुछ गड़बड़ है. उसे इस मामले के बारे में कैसे पता चला? वह कोई पार्टी भी नहीं है."
क्या है पूरा मामला
सुप्रीम कोर्ट उस याचिकाकर्ता की अर्जी पर सुनवाई कर रही थी जिस पर दो लड़कियों के अपहरण का आरोप लगाया गया था. इनमें से एक लड़की सुप्रीम कोर्ट कैंटीन के पास खड़े होकर वीडियो कॉल से पेश हुई और कहा, "मेरी जान को खतरा है, मैं कोर्ट में आना चाहती हूं." इस पर जस्टिस बेला त्रिवेदी ने कहा, "आप वहीं खड़ी रहो, कोई आपको लेने आ रहा है." इसके बाद लड़की को कोर्ट में लाया गया और उसने अपने परिवार और भाई पर गंभीर आरोप लगाए.
कोर्ट में किसने क्या कहा?
कोर्ट में आकर लड़की ने कहा, "मेरे परिवार के सदस्यों ने मुझे पढ़ने की अनुमति नहीं दी और मैं घर से भाग गई. मुझे बनारस जाना था." जस्टिस त्रिवेदी ने पूछा, "आपको केस के बारे में कैसे पता चला." लड़की ने कहा, "मुझे इस मामले के बारे में अपने दोस्त से ऑनलाइन पता चला." जस्टिस त्रिवेदी ने पूछा, "कौन है ये दोस्त." लड़की ने कहा, "मैं आपको ये क्यों बताऊं." कोर्ट ने कहा, "बेशक आप हमें सब कुछ बताओगी."
लड़की ने आगे कहा, "मेरे माता-पिता मुझे प्रताड़ित करते हैं." इसपर जस्टिस त्रिवेदी ने सवाल किया, "ये आपके लिए यातना है? वे आपसे प्यार करते हैं और आपकी देखभाल करते हैं." फिर लड़की ने आरोप लगाया, "मेरा भाई मेरा यौन उत्पीड़न करता था." जस्टिस त्रिवेदी ने कहा, "बहुत हुआ. आप ऐसे आरोप नहीं लगाएंगी. कुछ भी बोल रही हैं. बस ओवरस्मार्ट हो रही हो. आप जा सकती हैं." कोर्ट ने वकील से कहा कि ये मामला बहुत ही गड़बड़ है.
ये भी पढ़ें: