(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
PM Cares For Children: पीएम मोदी बोले- कोरोना जैसी महामारी में हुई थी मेरी नानी की मौत, 'मां की ममता' के बिना गुज़रा मेरी मां का बचपन
PM Modi Shares a Story of her Grandmothers Death: पीएम नरेंद्र मोदी ने इस चिट्ठी में अब से 100 साल पहले आई महामारी से जुड़ी अपनी निजी व्यथा का जिक्र किया है.
PM Narendra Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने आज पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रेन स्कीम 2021 (PM Cares For Children Scheme 2021) के तहत देशभर में बच्चों के बीच प्रमाण पत्र और सुविधाओं का वितरण किया. ये वो बच्चे हैं जिन्होंने कोरोना के चलते अपने माता या पिता को खोया है. इस मौक़े पर प्रधानमंत्री ने उन सभी बच्चों को एक भावुक चिट्ठी लिखी है.
पीएम नरेंद्र मोदी ने इस चिट्ठी में अब से 100 साल पहले आई महामारी से जुड़ी अपनी निजी व्यथा का जिक्र किया है. पीएम मोदी के मुताबिक़ उनका परिवार भी उस महामारी (Epidemic) के दर्द और त्रासदी (Tragedy) से गुज़र चुका है. पीएम मोदी ने इस बात का जिक्र करते हुए इस चिट्ठी में लिखा है, सौ साल पहले आई महामारी के चलते उनकी नानी की मृत्यु हो गई थी. उन्होंने लिखा है कि उस समय उनकी मां इतनी छोटी थीं कि उन्हें अपनी मां की शक्ल तक याद नहीं है.
मेरी मां का बचपन उनकी मां की कमी के साथ गुजरा- पीएम मोदी
अपनी मां के बारे में पीएम ने पत्र में लिखा है - " उनका पूरा जीवन अपनी मां के आंचल की ममता के बिना , मां की कमी के साथ ही गुजरा." पीएम मोदी ने आगे लिखा है कि बहुत मुश्किल से उनकी मां का पालन पोषण हुआ. अपनी मां के जीवन संघर्षों का उदाहरण देते हुए पीएम मोदी ने आगे लिखा है कि कोरोना में अपने माता पिता को खो चुके बच्चों के मन की व्यथा और अंतर्मन का द्वंद वो भलीभांति समझ सकते हैं.
महामारी में अपने माता-पिता को खोने वाले बच्चों को पीएम का तोहफा
पीएम ने कहा कि बच्चों के जीवन में आए मां बाप के खालीपन को तो नहीं भरा जा सकता लेकिन पीएम केयर्स चिल्ड्रेन स्कीम उनके जीवन में एक सम्बल का काम ज़रूर करेगा. इस स्कीम के तहत बच्चों को आयुष्मान भारत हेल्थ कार्ड और 10 लाख रुपए की पूंजी के साथ एक पोस्ट ऑफिस पासबुक दिया गया है. 23 साल की उम्र आने पर बच्चे ब्याज़ के साथ इस पैसे को पोस्ट ऑफिस से निकाल पाएंगे.
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