अमेरिका में रहस्यमयी ड्रोन्स ने फैलाई दहशत! क्या ये है चीन की साजिश या फिर कोई एलियन शिप? जानें
Mystery Drone In US: अमेरिका में रहस्यमयी ड्रोन देखे जाने की घटनाएं चिंता बढ़ा रही हैं. विशेषज्ञ जांच कर रहे हैं कि इन घटनाओं के पीछे चीन, ईरान, यूएफओ या कोई और हो सकता है.
Mystery Drone In US: अमेरिका में पिछले कुछ समय से रहस्यमयी ड्रोन देखे जाने की घटनाएं बढ़ रही हैं. न्यू जर्सी, न्यूयॉर्क, और कनेक्टिकट सहित कई राज्यों में रहस्यमयी ड्रोन देखे जाने की घटनाएं बढ़ रही हैं. रीटन नदी और राउंड वैली रिज़र्वायर जैसे संवेदनशील जलमार्गों से लेकर पिकाटिनी आर्सनल जैसे मिलिट्री रिसर्च सेंटर और नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के गोल्फ कोर्स तक, इन ड्रोन की गतिविधियों ने सुरक्षा अधिकारियों की चिंता बढ़ा दी है.
ये ड्रोन संवेदनशील मिलिट्री बेस,न्यूक्लियर ठिकानों और सार्वजनिक जगहों के पास देखे गए हैं. अमेरिकी अधिकारियों और विशेषज्ञों के अनुसार, यह घटना न केवल सुरक्षा के लिए चुनौती बन गई है, बल्कि यह सवाल भी खड़ा करती है कि इसके पीछे चीन, ईरान, या कोई अज्ञात वस्तु (यूएफओ) तो नहीं. चीन अपनी ड्रोन टेक्नोलॉजी में तेजी से विकास कर रहा है.
अमेरिकी अधिकारियों को आशंका है कि यह जासूसी का प्रयास हो सकता है. पिछले साल भी चीनी गुब्बारों और ड्रोन के जरिए जासूसी की घटनाएं रिपोर्ट हुई हैं. ईरान अपनी मिलिट्री ड्रोन क्षमताओं के लिए जाना जाता है. अमेरिका और ईरान के बीच तनावपूर्ण संबंध, विशेष रूप से मध्य पूर्व में, इस संभावना को बढ़ा रही हैं कि ये ड्रोन ईरान से जुड़े हो सकते हैं.
पेंटागन की जांच
पेंटागन ने हाल ही में यूएफओ (अब UAP: Unidentified Aerial Phenomena) के मामलों की जांच शुरू की है. ड्रोन की अनोखी उड़ान शैली और एडवांस्ड टेक्निकल क्षमताओं के कारण इसे यूएफओ से जोड़ा जा रहा है. ये ड्रोन बेहद तेज गति से उड़ सकते हैं और रडार को चकमा देने में सक्षम हैं. कुछ ड्रोन काफी ऊंचाई पर उड़ते देखे गए, जहां सामान्य ड्रोन नहीं उड़ पाती है.
संवेदनशील स्थानों पर मौजूदगी
मिलिट्री बेस और न्यूक्लियर ठिकानों के पास ड्रोन की मौजूदगी सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा मानी जा रही है. इन ड्रोन का कंट्रोल या स्रोत अभी तक पता नहीं चल पाया है, जिससे उनकी जासूसी या अन्य उद्देश्यों की आशंका बढ़ गई है. पेंटागन ने इस मुद्दे की जांच के लिए विशेष टास्क फोर्स गठित की है. संभावित विदेशी या दुश्मन देशों के संबंधों की पड़ताल की जा रही है. अगर यह चीन या ईरान से जुड़ा है, तो अमेरिका इस मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय मंच पर उठाने की तैयारी कर सकता है.
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