नई दिल्ली: पाकिस्तानी नौसेना के पास एक ऐसी पनडुब्बी होने का खुलासा हुआ है, जिसके बारे में पड़ोसी मुल्क ने अब तक किसी को कोई भी जानकारी नहीं दी है. पाकिस्तान की ये रहस्यमयी पनडुब्बी कराची में मौजूद पीएनएस इकबाल पर तैनात की गई है. भारत और पाकिस्तान के बीच के रिश्ते कई सालों से खराब रहे हैं, ऐसे में इस रहस्यमयी पनडुब्बी के बारे में जानकारी सामने आना भारत के लिए चिंता बढ़ाती हैं.
इस पनडु्ब्बी के बारे में फोर्ब्स मैगज़ीन में एक विस्तृत आर्टिकल छपा है, जिसमें इसको लेकर सभी मुख्य जानकारी दी गई है. इस लेख में कहा गया है कि इस पनडुब्बी के बारे में किसी भी किताब में कोई जानकारी नहीं है. इस पनडुब्बी का इस्तेमाल पाकिस्तान की नेवी सील करती है.
आपको बता दें कि ये पनडुब्बी आम पनडुब्बियों से छोटी है. इसके साइज़ की बात करें तो ये 55 फीट लंबी और सात से आठ फीट चौड़ी है. इस पनडुब्बी का इस्तेमाल, यानी कहां ले जाना है और लाना है ये सब कुछ पाकिस्तान की स्पेशल सर्विस ग्रुप (SSG N) करती है. ये स्पेशल सर्विस ग्रुप यूएस की नेवी सील की तरह ही है और सील टर्म का भी इस्तेमाल करती है. खास बात ये है कि पाकिस्तानी सील अमेरिकन यूनिट के साथ लंबे वक्त से ट्रेनिंग भी लेती रही है.
इस पनडुब्बी का नाम क्या है इस बारे में तो कोई जानकारी सामने नहीं आई है, लेकिन पाकिस्तानी नेवी की बोलचाल में इस कैटगरी की पनडुब्बी को X-Craft कहा जाता है. ये टर्म इन्हें इटली की पनडुब्बी बनाने वाली कंपनी Cos.Mo.S जिसे आम ज़बान में कॉसमॉस भी कहते हैं, उनसे विरासत में मिली है. दरसअसल काफी पहले इस कंपनी ने ही पाकिस्तान को दो छोटे साइज़ की पनडुब्बी बेची थी.
उम्मीद जताई गई है कि शायद ये पनडुब्बी पाकिस्तान की मौजूदा X-Craft की जगह लेगी. पाकिस्तान इस वक्त 1993 और 1996 में बनी तीन MG-110 X-Craft का इस्तेमाल कर रहा है. पर ये काफी पुरानी हो चुकी हैं. लेकिन जिस इटालियन कंपनी ने इनको डिज़ाइन किया था, वो करीब 20 साल पहले ही बंद हो चुकी है. वर्तमान में इस डिजाइन को इटली की जानी मानी कंपनी ड्रास बना रही है. ये कंपनी मॉडर्न X-Craft की एक ऐसी सीरीज़ बना रही है, जो पाकिस्तान के लिए आदर्श हो सकती है.
हालांकि लेख में इस बात की भी जानकारी दी गई है कि पाकिस्तान में जो बोटनुमा छोटी सी पनडुब्बी है, वो ड्रास के डिज़ाइनों में नहीं है. ड्रास ने जिन डिज़ाइन को पब्लिक किया है, उनमें सबसे छोटी DG-85 है, जोकि पाकिस्तान की पनडुब्बी से थोड़ी बड़ी ही है.
इस पनडुब्बी को पहली बार साल 2016 में देखा गया. रिपोर्ट्स ये भी है कि एक टर्किश फर्म पाकिस्तान के साथ मिलकर एक छोटी पनडुब्बी तैयार कर रही है. ये रिपोर्ट्स इस बात की ओर भी इशारा करती है कि रहस्यमयी पनडुब्बी कामयाब नहीं हुई थी, इसलिए इसका नया डिज़ाइन तैयार किया जा रहा है. हालांकि ये भी हो सकता है कि ये दोनों देश एक छोटी chariots बनाने पर फोकस कर रहे हों.
सैटेलाइट तस्वीरों के हवाले से कहा गया है कि ये पनडुब्बी बेहद कम बार पानी में उतारी गई है. पानी में इसे सिर्फ एक ही बार साल 2016 में देखा गया था. इसलिए ये क्या करती है और क्या नहीं, इसके बारे में कुछ साफ नहीं है. ये एक टेंट से ढकी रहती है, जिसे अक्सर हटाया भी जाता है, जो इस बात की ओर इशारा करता है कि इसके मेनटेनेंस का काम हो रहा है. इसलिए इसका नाम क्या है और ये हकीकत में ये क्या करती है. ये सब कुछ एक रहस्य ही है.
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