बेंगलुरु: कर्नाटक में एक फार्मा कंपनी के 10 कर्मचारियों में कोरोना वायरस पॉजिटिव का मामला सामने आने के बाद हड़कंप मच गया है. इतने बड़े पैमाने पर कोरोना संक्रमण का कर्नाटक में ये पहला मामला है. फिलहाल अधिकारी इसकी जांच-पड़ताल में जुटे हैं कि आखिर ये संक्रमण कैसे फैला.
कोरोना पॉजिटिव कर्मचारियों की तादाद हुई 10
मैसूर के नजदीक नंजनगुड में फार्मा कंपनी के कोरोना पॉजिटिव कर्मचारियों की संख्या बढ़कर 10 हो गई है. रविवार को 4 अन्य कर्मचारियों में कोरोना पॉजिटिव का मामला पाया गया था. फिलहाल ये रहस्य बना हुआ है कि आखिर इतने बड़े पैमाने पर कोरोना का संक्रमण कैसे फैला. जिला प्रशासन और स्वास्थ्य अधिकारी इस बात का पता लगा रहे हैं. बताया जाता है कि 26 मार्च को फार्मा कंपनी के 35 वर्षीय एक कर्मचारी में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई थी. उसके बाद 9 अन्य सहकर्मियों में कोरोना पॉजिटिव के मामले सामने आते गए.
कर्नाटक में क्लस्टर का पहला मामला उजागर
इतनी बड़ी संख्या को देखते हुए प्रशासन ने कोरोना पॉजिटिव मामले को 'क्लस्टर केस' का नाम दिया है. क्लस्टर केस के तहत एक पूरा समूह अचानक से किसी बीमारी की चपेट में आ जाता है. फिलहाल इस बात की पुष्टि नहीं हुई है कि पहले शख्स से ही अन्य सहकर्मियों को कोरोना पॉजिटिव हुआ है या नहीं. कर्नाटक के अतिरिक्त मुख्य सचिव (स्वास्थ्य) जावेद अख्तर कहते हैं कि फार्मा कंपनी में चीन से आनेवाले पैकेज के नमूने को जांच के लिए भेज दिया गया है. अभी वक्त से पहले कुछ बताना जल्दबाजी होगी. स्वास्थ्य विभाग के बुलेटिन के अनुसार 26 मार्च को कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद शख्स के 7 करीबी लोगों को होम क्वारंटीन में भेज दिया गया है.
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