N Chandrababu Naidu Custody: तेलुगु देशम पार्टी (TDP) के अध्यक्ष एन चंद्रबाबू नायडू को कथित कौशल विकास निगम घोटाले केस में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो(ACB) की कोर्ट ने रविवार (10 सितंबर) को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा.
पूर्व मुख्यमंत्री नायडू को 14 दिन राजमुंदरी सेंट्रल जेल में रखा जाएगा. इसको देखते हुए जेल के आसपास धारा 144 लगा दी गई है. उन्हें शनिवार (8 सितंबर) की देर रात तीन बजकर 40 मिनट पर मेडिकल जांच के लिए विजयवाड़ा के सरकारी जनरल अस्पताल ले जाया गया था. इससे पहले उनसे लगभग 10 घंटे तक पूछताछ की गई.
एन चंद्रबाबू नायडू को कब गिरफ्चार किया?
सीआईडी की टीम ने पूर्व केंद्रीय मंत्री नायडू को शनिवार (9 सितंबर) सुबह करीब छह बजे नंदयाल शहर के ज्ञानपुरम स्थित आर के फंक्शन हॉल के बाहर से गिरफ्तार किया था. नायडू को उस समय अरेस्ट किया गया था, जब वह सभी सुविधाओं से लैस अपनी बस में सो रहे थे.
टीडीपी ने क्या कहा?
एन चंद्रबाबू नायडू की पार्टी टीडीपी ने इस बीच पूरे मामले पर सोशल मीडिया एक्स पर लिखा कि नायडू के खिलाफ झूठे केस दर्ज किए. लोग उनके साथ हैं.
सीआई़डी ने क्या कहा?
सीआईडी ने कहा कि एन चंद्रबाबू नायडू ने पूछताछ के दौरान सहयोग नहीं किया. हमारे सवालों के अस्पष्ट उत्तर देते हुए कहा कि उन्हें कुछ बातें याद नहीं हैं. नायडू से उन नोट फाइल के आधार पर प्रश्न पूछे गए जो इस ‘केस डायरी’ से जुड़े सबूत का हिस्सा हैं, लेकिन उन्होंने सवालों का जवाब देते समय सहयोग नहीं किया और अस्पष्ट रूप से उत्तर दिया कि उन्हें तथ्य याद नहीं हैं.
सरकार ने क्या कहा?
सरकार के सलाहकार एस रामकृष्ण रेड्डी ने पुलिस को आर्थिक अपराध के मामलों में गिरफ्तारी से पहले नोटिस देने की आवश्यकता नहीं होती है. उन्होंने कहा कि अगर एफआईआर में आरोपी का नाम दर्ज नहीं है, तो भी नोटिस देने की आवश्यकता नहीं होती है.
क्या मामला है?
आंध्र प्रदेश पुलिस (Andhra Pradesh Police) ने कथित कौशल विकास निगम घोटाले में नायडू को शनिवार को मुख्य षड्यंत्रकारी बताया था. ऐसा आरोप है कि इस कथित घोटाले से राज्य सरकार को 300 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ.
इनपुट भाषा से भी.
ये भी पढ़ें- चंद्रबाबू नायडू की गिरफ्तारी पर आंध्र प्रदेश के विपक्षी दल नाराज, राज्य सरकार पर प्रक्रिया का पालन नहीं करने का आरोप