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(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
बीजेपी का बंगाल बंद का ऐलान, नबन्ना रैली में पुलिस का लाठीचार्ज, हिरासत में 200 प्रदर्शनकारी | जानें 10 बड़े अपडेट
Nabanna Abhijan rally: शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों के खिलाफ पुलिस की ‘‘क्रूर’’ कार्रवाई का विरोध करते हुए भाजपा ने बुधवार (28 अगस्त) को आम हड़ताल का आह्वान किया है.
Nabanna Abhijan Rally: कोलकाता रेप-मर्डर मामले में मंगलवार (27 अगस्त) को छात्रों ने राज्य सचिवालय यानी ‘नबन्ना भवन’ तक विरोध मार्च निकालने का आह्वान किया था. इस विरोध मार्च के दौरान प्रदर्शनकारी छात्रों और पुलिस कर्मियों के बीच झड़प देखने को मिली.
पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प नबन्ना अभिजन रैली के दौरान पश्चिम बंगाल सचिवालय की ओर मार्च करने के लिए बैरिकेड्स तोड़ने की कोशिश करने को लेकर हुई. प्रदर्शनकारियों का मकसद सचिवालय पहुंचकर कोलकाता कांड मामले में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग करना था.
नबन्ना बना छावनी, पुलिस का लाठीचार्ज, बीजेपी का बंद का ऐलान
- कोलकाता में मंगलवार (27 अगस्त) को नबन्ना अभिजन रैली का आयोजन पश्चिमबंगा छात्र समाज नामक नए छात्र संगठन ने किया था, जो कोलकाता रेप और हत्या मामले के विरोध में था. उन्हें संग्रामी जौथा मंच के सदस्यों का समर्थन मिला हुआ था, जो राज्य सरकार के कर्मचारी हैं और अपने महंगाई भत्ते (डीए) को केंद्र सरकार के कर्मचारियों के बराबर करने की मांग कर रहे हैं.
- पश्चिम बंगाल पुलिस ने नियोजित 'नबन्ना अभिजन' रैलियों को "अवैध" और "अनधिकृत" घोषित किया था. बावजूद इसके रैली जारी रही.
- पुलिस ने नबन्ना अभिजन रैली के दौरान गिरफ्तार छात्रों की रिहाई की मांग को लेकर कोलकाता पुलिस हेडक्वार्टर लालबाजार की ओर मार्च कर रहे बीजेपी नेताओं और समर्थकों को तितर-बितर करने के लिए आंसूगैस और लाठीचार्ज का इस्तेमाल किया.
- इस कड़ी में पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सी.वी. आनंद बोस ने राज्य सरकार से शांतिपूर्ण छात्र विरोध प्रदर्शनों का सम्मान करने और उन्हें दबाने से बचने का आग्रह किया. इसके साथ ही उन्होंने लोकतांत्रिक स्वतंत्रता पर सुप्रीम कोर्ट के रुख का हवाला दिया.
- बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा, ‘‘हमें सुबह से शाम तक, आम हड़ताल का आह्वान करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है. क्योंकि यह निरंकुश शासन लोगों की आवाज, मृतक डॉक्टर बहन के लिए न्याय की मांग को अनसुना कर रहा है. न्याय के बजाय, ममता बनर्जी की पुलिस राज्य के शांतिप्रिय लोगों पर हमला कर रही है, जो केवल महिलाओं के लिए सुरक्षित माहौल चाहते हैं.
- इस दौरान मार्च का नेतृत्व कर रहे केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार आंसू गैस के कारण बीमार पड़ गए और उन्हें घटनास्थल से जाना पड़ा.
- विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने कहा, ‘‘पुलिस ने दिन में, नबन्ना में शांतिपूर्ण मार्च करने वाले छात्रों पर अकल्पनीय अत्याचार किया. अगर ममता बनर्जी की पुलिस शांतिपूर्ण लोकतांत्रिक प्रदर्शनकारियों के साथ इस तरह का व्यवहार करती है, तो हम कल पूरे राज्य को ठप कर देंगे.
- तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा ने नबन्ना अभिजन विरोध मार्च की आलोचना करते हुए प्रदर्शनकारियों को “गुंडे” कहा, जिन्होंने पुलिस की प्रतिक्रिया को उकसाया था.
- रैली के सिलसिले में पुलिस ने 200 से ज़्यादा लोगों को गिरफ़्तार किया है.एमजी रोड, हेस्टिंग्स रोड, प्रिंसेप घाट, संतरागाछी और हावड़ा मैदान में झड़पें हुईं, जिसमें कई प्रदर्शनकारी और 29 पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं.
- कोलकाता पुलिस सूत्रों के अनुसार, रैली के आयोजकों में से एक पश्चिम बंग छात्र समाज के 126 सदस्यों और समर्थकों को गिरफ्तार किया गया. इनमें से 33 महिलाएं हैं. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया और पानी की बौछारें और आंसू गैस का इस्तेमाल किया.
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