कोहिमा: कर्नाटक में सरकार बनाने की आपाधापी के बीच अन्य राज्यों की विपक्षी पार्टियां भी सरकार बनाने का दावा पेश कर रही हैं. नागालैंड की विपक्षी पार्टी नगा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ) ने कर्नाटक के राजनीतिक घटनाक्रम का हवाला देते हुए मांग की कि नगालैंड के राज्यपाल उसे सरकार गठन के लिए आमंत्रित करें.


नगालैंड की 60 सदस्यीय विधानसभा के लिए फरवरी में चुनाव हुए थे. इसमें नगा पीपुल्स फ्रंट सबसे बड़ी पार्टी के रुप में उभरी थी. लेकिन राज्यपाल ने बीजेपी, नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी और अन्य के गठबंधन को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया था. नगा पीपुल्स फ्रंट के नेता और नगालैंड विधानसभा में विपक्ष के नेता टी आर जेलियांग ने कहा, ‘‘एक जैसे मामले पर अलग अलग राज्यों में अलग अलग कानून क्यों लागू हो.’’


वहीं बिहार में भी आरजेडी नेता भी इसी तरह की मांग उठाने लगे हैं. बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने कहा कि राज्य में उनकी पार्टी के पास सबसे ज्यादा विधायक हैं और उन्हें सरकार बनाने का मौका मिले.


बता दें कि राज्यपाल वाजुभाई वाला ने कर्नाटक में बीजेपी को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया और उन्हें सरकार बनाने के लिए 15 दिन का समय दिया. इसे लेकर भारी विरोध हो रहा है. कांग्रेस और जेडीएस इस फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट गए. कोर्ट ने कहा कि अगर बीजेपी के पास बहुमत है तो मुख्यमंत्री येदुरप्पा शनिवार 4 बजे सदन में बहुमत साबित करें. वहीं वरिष्ठ वकील राम जेठमलानी राज्यपाल वाजुभाई वाला के फैसले की कड़ी निंदा की है. उन्होंने कहा कि राज्यपाल ने अपनी संवैधानिक शक्तियों का दुरूपयोग किया है और 'राज्यपाल ऑफिस' को अपमानित किया.