Nagaland Election 2023: 'हम 5 साल ही सत्ता में थे', खरगे के '20 साल लूट' वाले आरोप का बीजेपी ने दिया जवाब
Nagaland Election 2023: नागालैंड में बीजेपी नेफ्यू रियो की एनडीपीपी के साथ गठबंधन में है. राज्य की 60 विधानसभा सीटों पर होने वाले चुनाव में बीजेपी ने 20 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं.
Nagaland Polls 2023: नागालैंड में चुनावी सरगर्मी पूरे जोरों पर है. राज्य में 27 फरवरी को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होना है. इसके पहले सभी पार्टियों की तरफ से एक दूसरे पर जबानी हमले तेज हो गए हैं. कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सत्तारूढ़ एनडीपीपी-बीजेपी गठबंधन पर 20 साल तक लूट करने का आरोप लगाया है. इस पर बीजेपी नेता नलिन कोहली ने पलटवार किया और कहा कि सत्ताधारी गठबंधन केवल 5 साल सत्ता में रहा है.
कोहली ने बयान पर पलटवार करते हुए कहा, "खरगे जी कहते हैं कि भाजपा और नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (एनडीपीपी) की सरकार ने नागालैंड को 20 साल तक लूटा. हालांकि, राज्य में गठबंधन पांच साल से सत्ता में है." कोहली ने दावा किया कि सत्तारूढ़ गठबंधन ने पिछले 5 वर्षों में राज्य के विकास के लिए ईमानदारी से काम किया है.
बीजेपी नेता ने खरगे पर साधा निशाना
नलिन कोहली नागालैंड में भाजपा के चुनाव प्रभारी हैं. एएनआई से बात करते हुए उन्होंने कहा कि खरगे की टिप्पणी केवल यह दिखाती है कि कि उन्हें सत्तारूढ़ गठबंधन के तहत राज्य के बारे में क्या जानकारी दी गई थी.
कोहली ने कहा, "इस सरकार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार की विकासोन्मुखी नीतियों और योजनाओं को लागू करने के लिए ईमानदारी से काम कियाय कांग्रेस हमारे पीएम के खिलाफ जिन शब्दों का इस्तेमाल कर रही है, वह खेदजनक और निंदनीय है."
खरगे ने रैली में बोला था हमला
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने नागालैंड के चुमौकेदिमा में मंगलवार को एक जनसभा को संबोधित करते हुए एनडीपीपी-बीजेपी गठबंधन पर तीखा हमला बोला था. खरगे ने दावा किया कि गठबंधन ने राज्य को लूटा है.
खरगे ने कहा, "पिछले 20 सालों में नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (एनडीपीपी) और बीजेपी ने नागालैंड को लूटा है. अब समय आ गया है कि लोगों को न्याय मिले और ऐसी सरकार हो, जो लोगों के लिए काम करे."
उन्होंने आगे दावा किया कि भाजपा ने विपक्ष के शासन वाले वाले 6-7 राज्यों को अस्थिर कर दिया और विरोधी दलों के विधायकों को लालच दिखाकर पिछले दरवाजे के रास्ते सत्ता में आई.
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