Bihar Regional Parties In Nagaland Election 2023: बिहार की क्षेत्रीय राजनीतिक पार्टियां पूर्वोत्तर के सूबे नगालैंड में कई सालों से अपने कदम जमाने की कोशिशें करती रहीं हैं. इस बार सभी पार्टियों ने नगालैंड के विधानसभा चुनावों में उतरने की ठानी है. 27 फरवरी को 60 विधानसभा सीटों के लिए जेडीयू, आरजेडी और एलजेपी मैदान में हैं. दरअसल इस वक्त यहां मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो (Neiphiu Rio) की अगुवाई में बीजेपी के साथ गठबंधन की सरकार है.


नगालैंड में चुनाव लड़ने वाली 3 पार्टियां बिहार से
नगालैंड विधानसभा 2023 में चुनाव लड़ने जा रही 13 पार्टियों में कुछ राष्ट्रीय पार्टियों सहित कई निर्दलीय उम्मीदवार हैं तो 3 पार्टियां बिहार से हैं. इनमें जेडीयू, आरजेडी और एलजेपी (रामविलास) जो अब लोजपा-आरवी (LJP (RV)हो गई है शामिल हैं. जहां 2003 से जेडीयूनगालैंड में चुनाव लड़ रही है और सीटें जीत रही है, वहीं अब जेडीयूके लिए मुकाबले को कड़ा बनाने के लिए चिराग पासवान (Chirag Paswan) के नेतृत्व वाली एलजेपी (आरवी)  भी अब 19 उम्मीदवारों के साथ राज्य में चुनावी मैदान में उतर गई है.


बिहार के सीएम का नगालैंड कनेक्शन


दरअसल बीते साल अक्टूबर में जयप्रकाश नारायण की 120 वीं जयंती पर बिहार के मुख्यमंत्री और जेडीयू सुप्रीमो नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने नगालैंड का दौरा किया था. उनका ये दौरा वहां समाज सुधारक जेपी की विरासत पर दावा ठोकने के साथ ही और यहां अपनी दावेदारी पक्की करने की कोशिश के तौर भी देखा जा सकता है.


नगालैंड में 1950 के दशक  उथल-पुथल से भरा रहा. इस दौर में अंगामी ज़ापू फ़िज़ो (Angami Zapu Phizo) की अगुवाई में नागा नेशनल काउंसिल ने भारत से आजादी का ऐलान किया था. तब भारतीय सेना के एक्शन के बाद जेपी  इस सूबे के गांवों में गए थे. साल 1964 में नगालैंड बैपटिस्ट चर्च काउंसिल की शांति मिशन की नींव रखने वाले सदस्यों में से असम के मुख्यमंत्री बी पी चालिहा और एंग्लिकन पुजारी माइकल स्कॉट के संग जेपी भी एक थे. 


जेडीयूके पूर्वोत्तर प्रभारी अफाक अहमद खान के मुताबिक, बीते 20 साल से राज्य में पार्टी की मौजूदगी की तरफ इशारा करते हुए इस इतिहास के बारे में बताया. जेडीयू ने 2003 के  नगालैंड के चुनावों में भी उतरी थी और उसने 3 सीटें जीतीं थीं. 2008 में चुनाव न लड़ने के बाद जेडीयू ने यहां 2013 में चुनाव लड़ा और उसका एक विधायक बना. 2018 के विधानसभा चुनावों में भी एक विधायक के साथ जेडीयू ने यहां 4.5 फीसदी वोट शेयर हासिल किया था. इस बार पार्टी यहां 9 सीटों पर चुनाव मैदान में है. जेडीयू ने ऐलान किया है कि वो चुनावों के बाद गठबंधन के लिए तैयार है.


आरजेडी 5 सीटों पर है तैयार 
बिहार सरकार में जेडीयूकी सहयोगी लालू प्रसाद के नेतृत्व वाली आरजेडी नगालैंड के विधानसभा चुनावों में 5 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. जेडीयू से अलग आरजेडी ने एलान किया है कि यदि वह कोई भी सीट जीतती है, तो वह किसी भी गठबंधन सरकार में शामिल नहीं होगी. नगालैंड में आरजेडी ने 2018 का चुनाव नहीं लड़ा था, हालांकि उसने 2013 में दो सीटों से चुनाव लड़ा था. आरजेडी नेता कुमार सर्वजीत ने कहा, “हमने 2008 में भी चुनाव लड़ा था जब हमें 6.7 फीसदी वोट मिले थे.”


एलजेपी (आरवी) 19 उम्मीदवार संग मैदान में
इस सूबे में अपना खाता चिराग पासवान वाली एलजेपी (आरवी) ने 19 उम्मीदवारों के साथ खोला है. उसने सत्तारूढ़ एनडीपीपी (NDPP) के उन 5 मौजूदा विधायकों को अपने साथ जोड़ा है. इन्हें एनडीपीपी ने टिकट नहीं दिया. इन्हें मिलाकर अब इसके 19 उम्मीदवार चुनाव मैदान में है.


इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक एलजेपी (आरवी) के प्रवक्ता विनीत सिंह नगालैंड में पार्टी के चुनावी अभियान को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा हासिल करने की उसकी कोशिश से जोड़ते हैं. विनीत सिंह के मुताबिक, “ बीते 2.5 साल में, हमारी पार्टी की नगालैंड यूनिट बहुत एक्टिव रही है. हम एक अखिल भारतीय मौजूदगी चाहते हैं इसलिए हम एक राष्ट्रीय पार्टी के टैग की तलाश कर रहे हैं.


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