Nagaland Politics: नगालैंड में नीतीश के एकमात्र विधायक ने बिना शर्त NDPP-BJP सरकार को दिया समर्थन, JDU ने लिया ये बड़ा एक्शन
Nagaland में जेडीयू के एकमात्र विधायक ज्वेंगा सेब ने बीजेपी-एनडीपीपी गठबंधन वाली सरकार को बिना शर्त समर्थन दे दिया, जिसके बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और शीर्ष नेतृत्व ने बड़ा एक्शन लिया.
JDU Dissolves Nagaland State Committee: नगालैंड में जेडीयू (JDU) के एकमात्र विधायक ने नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की सहमति के बिना बीजेपी (BJP) गठबंधन वाली सरकार को बगैर शर्त समर्थन दे दिया. इस पर जेडीयू के शीर्ष नेतृत्व में घमासान मच गया. पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने नगालैंड की जेडीयू इकाई के इस फैसले को 'उच्च अनुशासनहीनता' और 'मनमाना' करार दिया. इसी के साथ जेडीयू के शीर्ष नेतृत्व ने नगालैंड में अपनी राज्य इकाई को भंग कर दिया.
जेडीयू के पूर्वोत्तर मामलों के प्रभारी और राष्ट्रीय महासचिव अफाक अहमद खान (Afaque Ahmad Khan) की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है, ''हमारी पार्टी के नगालैंड राज्य अध्यक्ष ने जेडीयू के केंद्रीय नेतृत्व से परामर्श किए बिना नगालैंड के मुख्यमंत्री को समर्थन पत्र दिया है जो उच्च अनुशासनहीनता और मनमाना कदम है. इसलिए जद (यू) ने नगालैंड में पार्टी की राज्य समिति को तत्काल प्रभाव से भंग कर दिया है.”
JDU विधायक ने CM नेफ्यू रियो से मुलाकात कर सौंपा समर्थन पत्र
रिपोर्ट्स के मुताबिक, बुधवार (8 मार्च) को नगालैंड जेडीयू अध्यक्ष सेन्चुमो लोथा (Senchumo Lotha) और उनकी पार्टी के एकमात्र विधायक ज्वेंगा सेब (Jwenga Seb) ने मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो से मुलाकात की थी. इसके बाद एनडीपी-बीजेपी गठबंधन वाली सरकार को उन्होंने अपना समर्थन पत्र सौंप दिया. इस घटनाक्रम की जानकारी जेडीयू के शीर्ष नेतृत्व को जब लगी तो तत्काल प्रभाव से राज्य इकाई को भंग कर कार्रवाई कर दी गई.
सेन्चुमो लोथा ने बताई समर्थन देने की वजह
टीओआई की रिपोर्ट के मुताबिक, सेन्चुमो लोथा और ज्वेंगा सेब ने फोन पर बातचीत के दौरान इस बात की पुष्टि भी की कि वे कोहिमा स्थित आवास पर मुख्यमंत्री एन रियो से मिले और अपनी पार्टी का समर्थन पत्र उन्हें सौंपा. लोथा ने फोन पर कहा, ''हमने नगालैंड के स्थानीय मुद्दों के आधार पर नेफ्यू रियो सरकार का समर्थन किया.''
बता दें कि 60 सदस्यीय विधानसभा के लिए हाल में संपन्न हुए चुनाव में जेडीयू के ज्वेंगा सेब ने त्सेमिन्यु सीट से जीत हासिल की है. उन्होंने अपने करीबी प्रतिद्वंद्वी आरपीआई (आठवले) उम्मीदवार लोगुसेंग सेम्प को 2,563 वोटों से हराया था. जेडीयू ने विधानसभा चुनाव में अपने आठ उम्मीदवार उतार थे. स्थानीय मीडिया के मुताबिक, नीतीश कुमार और पार्टी अध्यक्ष ललन सिंह ने कथित तौर पर नगालैंड के अपने एकमात्र विधायक को जीत की बधाई नहीं दी थी.
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