नागपुर: महाराष्ट्र के नागपुर स्थित मानस एग्रो इंडस्ट्रीज एंड शुगर लिमिटेड फैक्ट्री के बॉयलर में शनिवार दोपहर हुए एक भयानक विस्फोट में पांच लोगों की मौत हो गई. नागपुर ग्रामीण पुलिस के एक अधिकारी के अनुसार, यह घटना दोपहर लगभग 2.14 बजे घटी. विस्फोट से फैक्ट्री में आग लग गई, जिससे मजदूरों की जलने से मौत हो गई.


चीनी कारखाना मानस समूह का हिस्सा है, और पहले इसे पूर्ति पॉवर एंड शुगर फैक्टरी के रूप में जाना जाता था, जिसका स्वामित्व केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के परिवार के पास रहा है.


मामले की जांच की जा रही है, गैस रिसाव की आशंका
पुलिस अधीक्षक राकेश ओला घटनास्थल पर पहुंचे. उन्होंने बताया, ऐसा लगता है कि पीड़ित इस विशेष साइट पर कुछ वेल्डिंग कार्य कर रहे थे और कुछ गैस रिसाव के कारण विस्फोट हुआ हो सकता है. वास्तविक कारण संबंधित विभाग द्वारा जांच के बाद सामने आएंगे. हम मामले की जांच कर रहे हैं और आवश्यक शिकायतें दर्ज कर रहे हैं.


सभी मृतक वडगांव के रहने वाले थे


मृतकों की पहचान मंगेश प्रभाकर नाकेरकर (21), लीलाधर वामनराव शिंदे (42), वासुदेव लाडी (30), सचिन प्रकाश वाघमरे (24) और प्रफुल्ल पांडुरंग मून (25) के तौर पर हुई है और ये सभी वडगांव के रहने वाले थे. पुलिस को शवों की बरामदगी से पहले गुस्साई भीड़ को शांत करना पड़ा और इसके बाद ही मृतकों को घटनास्थल से निकाला जा सका.


वाघमारे संयंत्र में वेल्डर थे और अन्य उनके सहायकों की टीम थी. ये सभी विस्फोट के समय कुछ रखरखाव के काम में लगे हुए थे. घटना के समय फैक्टरी से आग और बड़ी मात्रा में धुआं निकल रहा था.


शिवसेना नेता किशोर तिवारी ने की एक-एक करोड़ रुपये मुआवजा देने की मांग
इस त्रासदी पर दुख व्यक्त करते हुए शिवसेना नेता किशोर तिवारी ने घटना की गहन एवं समयबद्ध जांच की मांग की है.तिवारी ने कहा कि मारे गए सभी मजदूर दलित हैं और फैक्टरी प्रबंधन का यह दायित्व है कि वे पीड़ितों में से प्रत्येक के परिवारों को एक-एक करोड़ रुपये का मुआवजा दें.


विस्फोट के बाद के कुछ वीडियो भी वायरल हुए हैं, जिनमें पता चला है कि विस्फोट में एक दोपहिया वाहन भी क्षतिग्रस्त हुआ है.


भारत में कोरोना से होने वाली मृत्यु दर घटकर 2.15 फीसदी हुई- स्वास्थ्य मंत्रालय

सुशांत सिंह केस: सुशील मोदी का आरोप, बॉलीवुड माफिया के दबाव में उद्धव ठाकरे