नागपुर: ‘मिहान’ प्रोजेक्ट के जरिए नितिन गड़करी ने दिलवाई 54 हजार नौकरियां, जारी की सूची
नितिन गडकरी ने साल 2014 में मिहान के तहत पचास हजार युवाओं को रोजगार देने का वादा किया था. अब तक इस प्रोजेक्ट के तहत 54 हजार डायरेक्ट और इनडायरेक्ट नौकरियां दी जा चुकी हैं.
नई दिल्ली: नागपुर में साल 2014 से अब तक कुल 54 हजार नौकरियां इलाक़े के विकास योजनाओं और उद्योगों के चलते मिल चुकी हैं. शनिवार को रोज़गार की सूची जारी की गयी. नागपुर के ‘’ मल्टी-मॉडल इंटरनेशनल कार्गो हब एंड एयरपोर्ट एट नागपुर' यानी ‘मिहान’ के जरिए ये ऐसा संभव हुआ है.
एक बड़े सपने को पूरा कैसे करते हैं, ये कोई नितिन गडकरी से सीखे. नागपुर में वे इस सपने को सच के रहे हैं. नागपुर को आर्थिक गतिविधियों का सबसे बड़ा केंद्र बनाने और युवाओं के लिए रोजगार के मौके पैदा करने के मद्देनज़र गड़करी ने सबसे पहले 'मल्टी-मॉडल इंटरनेशनल कार्गो हब एंड एयरपोर्ट एट नागपुर' यानी ‘मिहान’ की संकल्पना सबके सामने रखी. वे लगातार इस सपने का पीछा करते रहे. अब वो सपना साकार हो रहा है, जब 54 हज़ार लोगों को ‘मिहान’ के ज़रिए रोज़गार मिला है.
नागपुर की भौगोलिक स्थिति इसे देश-दुनिया के यातायात के लिए बेहद खास बनाती है. ऐसे में ‘मिहान प्रोजेक्ट’ के तहत यहां के डोमेस्टिक एयरपोर्ट को इंटरनेशनल पैसेंजर और कार्गो हब एयरपोर्ट में विकसित करने और एक बड़ा विशेष आर्थिक क्षेत्र (SEZ) भी विकसित करने का सपना देखा गया. ये सेज (SEZ) युवाओं के लिए अपार रोजगार के मौका का सबसे बड़ा हब बन सकता था. साल 2009 में नितिन गड़करी ने ‘मिहान इंडिया लिमिटेड’ के तौर पर शक्ल देकर एक बड़ी शुरुआत की. कई दिग्गज टेक कंपनियों जैसे HCL, बोइंग, TCS ने मिहान में जगह ली. लेकिन फिर इस प्रोजेक्ट को उतार चढ़ाव देखना पड़ा. धीरे-धीरे कुछ न कुछ कारणों का हवाला देकर सेज छोड़ना शुरू कर दिया था. वो सपना जो नागपुर और विदर्भ के नागरिकों की जिंदगी बदल सकती थी, वो टूटता दिख रहा था.
लेकिन नितिन गडकरी हार मानने वालों में से नहीं हैं. साल 2014 में उन्होंने 50 हजार युवाओं को मिहान के तहत रोजगार का वादा किया. चुनाव हुए, सरकार बदली, अब मिहान की सूरत बदलने की बारी थी. गडकरी नागपुर के सांसद और केंद्रीय मंत्री बने. व्यवहार कुशल, मृदुभाषी गडकरी ने फिर निवेश करने वाली कंपनियों से बात करनी शुरू की. इसके बाद प्रोजेक्ट आने शुरू हो गए. कंपनियों का भरोसा गडकरी और सरकार में लौटने लगा. मेहनत रंग लाने लगी और कंपनियां मिहान में आने लगीं.
गडकरी ने 50 हजार नौकरियों का वायदा किया था. अब तक मिहान प्रोजेक्ट के तहत 54 हजार डायरेक्ट और इनडायरेक्ट नौकरियां दी जा चुकी हैं और आगे आने वाले सालों में इस प्रोजेक्ट के तहत और नौकरियों के मौके पैदा हो सकते हैं.
'मिहान' के तहत रोजगार
डायरेक्ट एंप्लॉयमेंट (SEZ) -16915
इनडायरेक्ट इंप्लॉटमेंट (SEZ)-19492
कुल-36407
डायरेक्ट एंप्लॉयमेंट (Non-SEZ)-4202
इनडायरेक्ट इंप्लॉटमेंट (Non-SEZ)-11960
कुल-16162
सेंट्रल फैसिलिटी बिल्डिंग- मिहान SEZ- 2299
इस तरह अब तक सेज के तहत कुल 36 हजार 407, नॉन सेज के तहत कुल 16 हजार 162 और सेंट्रल फैसिलिटी बिल्डिंग मिहान सेज के तहत 2299 रोजगार दिए गए. यानी कुल 54 हजार 868 रोज़गार अब तक दिए जा चुके हैं. पिछले 6 साल में पचास हज़ार से ज़्यादा रोज़गार के अवसर मुहैया कराना दूसरे इलाक़ों के लिए उदाहरण के तौर पर देखा जा सकता है.