Nagpur Violence: नागपुर हिंसा के मामले में अब और 14 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इसके बाद अब गिरफ्तार किए गए लोगों की संख्या कुल 105 हो गई है. पुलिस के मुताबिक, शुक्रवार (21 मार्च, 2025) गिरफ्तार किए गए 14 लोगों में 10 नाबालिग लड़के भी शामिल थे. एक सीनियर पुलिस अधिकारी ने बताया कि मामले में तीन और एफआईआर दर्ज की गई हैं.


नागपुर के पुलिस आयुक्त रविंदर कुमार सिंघल ने कहा, "दंगों के मामले में शहर के विभिन्न हिस्सों से 14 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया. दंगों से संबंधित तीन और प्राथमिकी दर्ज की गई हैं." उन्होंने ये भी कहा कि शहर के कुछ हिस्सों से कर्फ्यू हटाने का फैसला हाई लेवल समीक्षा बैठक के बाद लिया जाएगा. मामले को लेकर रविंदर कुमार सिंघल ने स्थिति का जायजा लेने के लिए सिविल लाइंस स्थित पुलिस भवन में बैठक की. 


कुल 33 पुलिसकर्मी भी हुए थे गिरफ्तार


नागपुर में हुई हिंसा के दौरान पुलिस उपायुक्त स्तर के तीन अधिकारियों समेत 33 पुलिसकर्मी घायल हुए थे. गौर करने वाली बात यह है कि मुख्य आरोपी फहीम खान पर देशद्रोह का मामला दर्ज किया गया है.


अफवाह के चलते भड़की थी हिंसा


17 मार्च को नागपुर के कई हिस्सों में बड़े पैमाने पर पथराव और आगजनी की खबरें सामने आईं थी. अफवाह थी कि छत्रपति संभाजीनगर जिले में मौजूद मुगल बादशाह औरंगजेब की कब्र को हटाने की मांग को लेकर विश्व हिंदू परिषद (VHP) के विरोध प्रदर्शन के दौरान कुरान की लिखी गई आयतें जलाई गई थी. 


सीएम फडणवीस की चेतावनी


नागपुर हिंसा मामले में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी चेतावनी देते हुए कहा कि इस हिंसा के पीछे मास्टरमाइंड मालेगांव का है, जो नागपुर आकर यह सब क्यों कर रहा है? इसकी जांच जरूर होगी. उन्होंने  यह तक कहा कि जिन लोगों ने नागपुर में माहौल खराब करने की कोशिश की है उन्हें नहीं छोड़ा जाएगा. इतना ही नहीं विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के लोगों पर भी मामले दर्ज किए गए हैं. उनका कहना है कि यदि पुलिस पर हमला बर्दाश्त किया गया तो राज्य में कानून व्यवस्था नहीं रह पाएगी इसलिए दोषियों को सबक सिखाना है.


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