नई दिल्ली: जम्मू कश्मीर के नगरोटा में हुए आतंकी एनकाउंटर को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है. एबीपी न्यूज़ को सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक मारे गए आतंकी कश्मीर घाटी में जिला विकास परिषद यानी डीडीसी चुनावों से पहले कई नेताओं को निशाना बनाना चाहते थे.


बड़ी साजिश को देना चाहते थे अंजाम
नगरोटा में मारे गए पाकिस्तानी आतंकी एक बड़ी साजिश को अंजाम देने वाले थे. उनका मकसद 26/11 जैसे बड़े आतंकी हमले को अंजाम देना था. मारे गए आतंकियों से बरामद हुए सामान से कुछ और खुलासे हुए हैं. नगरोटा में मारे गए आंतकी जिस हमले को अंजाम देने के मकसद से आगे बढ़ रहे थे, उसे पाकिस्तान के बहावलपुर में तैयार किया गया था.


आतंकियों के पास से क्या क्या मिला?
अतंकियों से एनकाउंटर के बाद उनके पास से मोबाइल फोन, जीपीएस, वायरलेस सेट बरामद हुआ है. इसके अलावा उनके पास से पाकिस्तान में बनीं दवाइयां, इंजेक्शन भी मिले हैं. एक नक्शा भी मिला है जिसमें इंटरनेशनल बॉर्डर से पिकअप प्वाइंट की दूरी का जिक्र है.


गुरुवार तड़के जम्मू के नगरोटा में हुए एनकाउंटर में सुरक्षाबलों ने जिन चार पाकिस्तानी आतंकियों को ट्रक में ही मौत के घाट उतार दिया. दरअसल, यह आतंकी जम्मू के सांबा इलाके के उस पार पाकिस्तान के शकरगढ़ इलाके से घुसपैठ कर जम्मू की सीमा में दाखिल हुए थे.


शकरगढ़ में है पाकिस्तानी रेंजर्स का हेडक्वार्टर
गौरतलब है कि शकरगढ़ में ही पाकिस्तानी रेंजर्स का हेड क्वार्टर है और सूत्रों का दावा है कि इन चार आतंकियों की घुसपैठ में पाकिस्तानी रेंजर्स के की भूमिका से इनकार नहीं किया जा सकता. सूत्रों ने एबीपी न्यूज को बताया है कि यह चारों आतंकी बुधवार और गुरुवार की दरमियानी रात को ही पाकिस्तान के शकरगढ़ के एक लॉन्चिंग पैड से जम्मू की सीमा में दाखिल हुए.