नई दिल्ली: चंद्रबाबू नायडू की पार्टी टीडीपी एनडीए से अलग नहीं होगी. आज टीडीपी नेताओं की बैठक में एनडीए से अलग होने पर कोई फैसला नहीं हुआ. टीडीपी संसदीय दल के नेता वाई एस चौधरी ने कहा कि वो बीजेपी से विवाद को 4 दिनों के अंदर संसद में सुलझा लेंगे. दरअसल चंद्रबाबू नायडू बजट में आंध्र प्रदेश को उम्मीदों के मुताबिक आवंटन नहीं किए जाने से नाराज चल रही थी. टीडीपी ने शिवसेना के साथ बातचीत से भी इनकार किया है.


बजट में आंध्र प्रदेश की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए टीडीपी ने एनडीए गठबंधन से अलग होने के संकेत दिए थे. बजट पर नाराजगी जताते हुए चंद्रबाबू ने कहा था कि चुनाव से पहले यह बीजेपी का यह आखिरी बजट था लेकिन इसके बावजूद आम जनता की तरफ इस बजट में ध्‍यान नहीं दिया गया. वहीं बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव ने कहा है कि टीडीपी हमारी पुरानी सहयोगी पार्टी है, हम बातचीत कर मामले को सुलझा लेंगे.


 


बता दें कि टीडीपी 2014 से ही आंध्र प्रदेश के लिए विशेष राज्य के दर्जे की मांग कर रही है. कई मुद्दों को लेकर टीडीपी का बीजेपी के साथ मनमुटाव है. राज्यसभा में तीन तलाक बिल पर टीडीपी ने विपक्षी पार्टियों का साथ दिया था जबकि टीडीपी एनडीए में बीजेपी की सहयोगी है.