कोलकाता: नाम बदलने को लेकर शुरू हुई राजनीति अब उत्तर प्रदेश से होते हुए पश्चिम बंगाल तक पहुंच चुकी है. सरकारी कागजों में दर्ज पश्चिम बंगाल के उत्तर दीजापुर के इस्लामपुर को अज्ञात लोगों ने रातों रात ईश्वरपुर बना दिया. आरएसएस और वीएचपी के स्कूल, दफ्तरों और गाड़ियों पर इस्लामपुर की जगह ईश्वरपुर लिखा मिला.


आरएसएस की ओर से संचालित स्कूलों सरस्वती शिशु मंदिर और सरस्वती विद्या मंदिर के बोर्ड पर इस्लामपुर की जगह ईश्वरपुर लिखा मिला. हैरानी बात है कि स्कूल के प्रिंसिपल को भी इस बात की जानकारी नहीं है कि बोर्ड पर इस्लामपुर की जगह ईश्वरपुर किसने लिखा.


इतना ही नहीं स्कूल में बच्चों को लाने ले जाने वाली कैब पर भी नाम बदल दिया गया है. स्कूल के सरकारी दस्तावेजों में नाम अभी भी इस्लानपुर ही है. इसके साथ ही वीएचपी दफ्तर के बोर्ड पर भी इस्लामपुर की जगह ईश्वरपुर लिख दिया गया. इस बारे में वीएचपी के प्रवक्ता ने बताया कि जगह का नाम ईश्वरपुर ही है.


यूपी सरकार ने बदले हैं नाम
इससे पहले उत्तर प्रदेश सरकार ने इलाहबाद का नाम बदलकर प्रयागराज और फैजाबाद का नाम बदलकर अयोध्या कर दिया था. नाम बदलने के बाद अब अयोध्या में मांस और मदिरा पर बैन लगाने की तैयारी हो रही है. यूपी सरकार सरकार अयोध्या में चौदह कोसी परिक्रमा के आसपास के इलाके और मथुरा में भगवान कृष्ण के जन्म स्थान के आसपास के इलाके को तीर्थ स्थान घोषित करने की योजना पर काम कर रही है. जब ये दोनों स्थान तीर्थ स्थान घोषित हो जाएंगे तो यहां खुद ही मांस-मदिरा की बिक्री पर प्रतिबंध लग जाएगा.