कांग्रेस (Congress) के महाराष्ट्र (Maharashtra) इकाई के अध्यक्ष नाना पटोले (Nana Patole) ने प्रदेश के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) से मांग की है कि राज्य में फिल्म 'व्हाई आई किल्ड गांधी' (Why I Killed Gandhi) पर प्रतिबंध लगा दिया जाए. पत्र लिखकर उन्होंने सीएम ठाकरे से गुजारिश की है कि राज्य में और ओटीटी (OTT) प्लेटफॉर्म पर फिल्म 'व्हाई आई किल्ड गांधी' पर प्रतिबंध लगाई जाए. उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) के विचारों को विश्व मानता है ऐसे में 'मैंने गांधी को क्यों मारा' फिल्म में राष्ट्रपिता के हत्यारे का चित्रण किया गया है.
यह फिल्म महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर फिल्म ओटीटी पर रिलीज होने वाली है. चर्चा में आने के बाद इस फिल्म को लेकर विवाद बढ़ गया है. नाना पटोले ने कहा कि उनकी पार्टी इसकी रिलीज का विरोध करेगी. उन्होंने कहा, 'अगर आप गांधीजी के हत्यारे को नायक के रूप में चित्रित करते हैं. तब यह स्वीकार्य नहीं है. विश्व हमारे देश को गांधी और उनके विचारों के लिए जाना जाता है.''
इस फिल्म में एनसीपी के सांसद और एक्टर अमोल कोल्हे ने नाथूराम गोडसे का किरदार निभाया है जिसके बाद उनकी आलोचना हो रही है. विवाद बढ़ने के बाद अमोल कोल्हे ने इस पर अपनी सफाई दी और कहा कि गांधीवादी विचारों में मेरा दृढ़ विश्वास है. उन्होंने कहा कि मैंने खुद को चुनौती देने के लिए इस विवादास्पद किरदार को चुना.
इस फिल्म का ट्रेलर आने के बाद राजनीतिक माहौल गरमा गया है. हालांकि, राकांपा की महाराष्ट्र इकाई के प्रमुख जयंत पाटिल ने कोल्हे का बचाव करने का प्रयास किया. पाटिल ने कहा, ''कोल्हे ने 2017 में फिल्म की शूटिंग पूरी की. वह 2019 के लोकसभा चुनाव से कुछ महीने पहले राकांपा में शामिल हुए थे. उस फिल्म के बाद कोल्हे ने एक मराठी धारावाहिक में छत्रपति शिवाजी महाराज की भूमिका भी निभाई. लोगों ने उन्हें अभिनेता के साथ-साथ सांसद के रूप में भी स्वीकार किया है.''
इस बीच, कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के प्रमुख नाना पटोले ने कहा कि उनकी पार्टी ''गांधी की हत्या करने वालों का समर्थन और प्रचार करने की निंदा करती है.'' प्रदेश भाजपा प्रमुख चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि कोल्हे को ''गोडसे और उसके विचारों पर अपना रुख'' साफ करना चाहिए क्योंकि उनके नेता (राकांपा प्रमुख) शरद पवार गोडसे के विचारों को स्वीकार नहीं करते.