Amartya Sen: मशहूर अर्थशास्त्री और नोबेल विजेता अमर्त्य सेन के निधन की खबर झूठी है. न्यूज़ एजेंसी पीटीआई से बात करते हुए उनकी बेटी नंदना देब सेन ने मौत की खबर का खंडन किया और कहा कि वो पूरी तरह से स्वस्थ्य हैं.
दरअसल, अर्थशास्त्र में इस बार की नोबेल पुरस्कार विजेता क्लाउडिया गोल्डिन के नाम से बने अनवेरिफाइड अकाउंट से मंगलवार (10 अक्टूबर) की शाम के करीब पांच बजे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया गया कि अमर्त्य सेन का कुछ मिनट पहले निधन हो गया है.
इसी पोस्ट का हवाला देते हुए न्यूज़ एजेंसी पीटीआई ने भी मौत की जानकारी दी. जैसे ही ये अफवाह फैली अमर्त्य सेन के चाहने वालों में बेचैनी पैदा हो गई और तुरंत बेटी नंदना देब सेन ने इसका खंडन किया. इसके बाद पीटीआई ने ये पोस्ट हटा लिया.
नंदना देब सेन ने क्या कहा?
नंदना देब सेन ने पिता अमर्त्य सेन के साथ फोटो शेयर करते हुए लिखा, ''दोस्तों आपकी चिंता के लिए धन्यवाद, लेकिन फेक खबर थी. बाबा पूरी तरह से ठीक हैं. हमने कैम्ब्रिज के परिवार के साथ बहुत अच्छा हफ्ता बिताया. उनका (सेन) आखिरी रात में बॉय कहते हुए हग करना हमेशा की तरह मजबूत था. वो हॉर्वड में हर हफ्ते दो कोर्स पढ़ा रहे हैं. जेंडर वाली अपनी बुक पर काम कर रहे हैं- वो हमेशा की तरह व्यस्त हैं.'' हालांकि ये नंदना देब सेन का अनवेरिफाइड अकाउंट है.
अमर्त्य सेन कौन हैं?
अमर्त्य सेन को महान अर्थशास्त्री और दार्शनिक के रूप में जाना जाता है. उनका जन्म कोलकाता में 1933 में हुआ. उन्होंने शांतिनिकेतन, प्रेसीडेंसी कॉलेज और कैंब्रिज के ट्रिनिटी कॉलेज से पढ़ाई की. वह हार्वर्ड विश्वविद्यालय में प्राध्यापक रहे. इसके अलावा, वह जादवपुर विश्वविद्यालय, दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनोमिक्स और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी भी शिक्षण कार्य किया.