नंदीग्राम में ममता बनर्जी का शुभेंदु अधिकारी पर निशाना, कहा- गद्दारों को करारा जवाब देंगे
नंदीग्राम में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि मतदाताओं को लुभाने के लिए बीजेपी के मंत्री नकदी बांट रहे हैं.
नंदीग्राम: पश्चिम बंगाल में एक अप्रैल को होने वाले दूसरे चरण की वोटिंग के लिए आज प्रचार थम गया. इस चरण में नंदीग्राम सीट पर भी वोट डाले जाएंगे. इस सीट पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री का मुकाबला उनके पूर्व करीबी और बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी से है.
चुनाव प्रचार के आखिरी दिन ममता बनर्जी ने रैलियां और रोड शो किया. वहीं शुभेंदु अधिकारी के समर्थन में गृहमंत्री अमित शाह, अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती ने ताकत झोंकी.
इस दौरान ममता बनर्जी ने शुभेंदु अधिकारी का नाम लिए बिना निशाना साधा. ममता ने सोनाचुरा में कहा, "वे (बाहर से पुलिस बल) केवल कुछ दिनों तक यहां रहेंगे. कोई गलती नहीं करें. हम वापस आएंगे और गद्दारों को करारा जवाब देंगे. "
उन्होंने कहा, ‘‘मध्य प्रदेश और बीजेपी शासित कुछ अन्य राज्यों के पुलिस बलों को गांवों में मतदाताओं को आतंकित करने और बीजेपी के पक्ष में फैसले के लिए नंदीग्राम लाया गया है."
ममता ने कहा, ''उनकी (बीजेपी की) अपने ही लोगों को मरवाने और इसे हमारी हरकत बताकर दंगे कराने की साजिश है. हमें जानकारी मिली है. सावधान रहिये.''
तृणमूल प्रमुख ममता बनर्जी ने तीन किलोमीटर के रोडशो में हिस्सा लिया, जो नंदीग्राम की संकरी सड़कों से होकर गुजरा. इस दौरान पार्टी समर्थकों ने जय हिंद, जय बांग्ला, ममता बनर्जी जिंदाबाद और 'मीर जाफर (दगाबाज)' मुर्दाबाद के नारे लगाए.
ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि मतदाताओं को लुभाने के लिए बीजेपी के मंत्री और सुरक्षा बल नकदी बांट रहे हैं. उन्होंने कहा कि देश भर से बड़ी मात्रा में नकदी लायी जा रही है और बीजेपी उम्मीदवार के पक्ष में वोट देने के लिए लोगों को लुभाने की खातिर (बीजेपी) मंत्रियों द्वारा "होटलों से वितरित" की जा रही हैं.
उन्होंने कहा, ‘‘यह पीएम केयर्स फंड का पैसा है, यह नोटबंदी के दौरान जमा की गयी नकदी है. यह वह पैसा है, जिससे पीएसयू की बिक्री के बाद उनका खजाना भर गया है.’’
ममता ने आरोप लगाया, ‘‘ यह जनता का पैसा है जो उन्होंने लूटा था और अब हर मतदाता को 500 व 1000 रुपये दे रहे हैं. हमने चुनाव आयोग को इस बारे में सूचित किया था लेकिन उसके बाद भी यह जारी है."
उन्होंने बासुलीचक में दूसरी बैठक में सवाल किया, "केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के काफिले में 100 से अधिक कारें क्यों रहती हैं जबकि चुनाव के दौरान किसी काफिले में पांच से अधिक वाहनों की अनुमति नहीं है?" ममता ने आरोप लगाया , ‘‘किसी को दूसरों की तुलना में अधिक विशेषाधिकार दिए जा रहे हैं.’’