Narco Terrorism in India: अफगानिस्तान में तालिबान का शासन आने के बाद भारत में नार्को टेररिज्म शुरू हो गया. जहां एक तरफ गुजरात पोर्ट से मादक पदार्थों का जखीरा बरामद हुआ है, वहीं दूसरी तरफ खुफिया एजेंसियों ने 5 अफगान आतंकवादियों के भारत में घुसने का अलर्ट जारी किया है. इनके निशाने पर बड़े मिलिट्री कैंप और सरकारी संस्थान है. इन आतंकवादियों को भारत में घुसपैठ कराकर वापस लौटते पाकिस्तानी से भारतीय सुरक्षाबलों की मुठभेड़ हुई. अफगानिस्तान में तालिबान की सरकार पूरी तरह से काबिज भी नहीं हुई है कि भारत में नार्को टेररिज्म का असर दिखाई देने लगा है.
खुफिया एजेंसियों ने तालिबान का शासन कायम होने के बाद पहली बार अलर्ट जारी कर 5 अफगान आतंकवादियों के भारत में घुसने की खबर दी है. खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक इन आतंकवादियों को जम्मू कश्मीर के उरी सेक्टर के अगनूर पोस्ट सीमा पर मौजूद बाड़ को काटकर भारत में घुसपैठ कराई गई. रिपोर्ट के मुताबिक इन अफगानी आतंकवादियों को पाकिस्तान का एक प्रशिक्षित आईएसआई कमांडर अपनी निगरानी में 18 सितंबर को यानी पिछले सप्ताह घुसपैठ कराने लाया था. खुफिया रिपोर्ट में जो जानकारी दी गई है उसके मुताबिक इन आतंकवादियों को भारत में घुसपैठ कराने के बाद जब इनका पाकिस्तानी गाइड वापस लौटने लगा तो भारतीय सुरक्षाबलों को इसका पता चल गया और दोनों तरफ से हुई फायरिंग में भारतीय सुरक्षाबल का एक जवान घायल हो गया जबकि पाकिस्तानी अपनी सीमा में भाग गया.
पहचान की कोशिश
खुफिया एजेंसी के एक आला अधिकारी ने बताया कि इन पांचों की पहचान की कोशिश की जा रही है. साथ ही यह भी पता चला है कि इन लोगों के निशाने पर बड़े मिलिट्री कैंप और सरकारी संस्थान हैं. खुफिया एजेंसियों को जो जानकारी मिली है, उसके मुताबिक जम्मू कश्मीर में मौजूद तमाम आतंकी संगठनों के आतंकवादियों को इन अफगान आतंकवादियों को सहयोग करने के लिए कहा गया है. ऐसे में इस बात की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता कि निकट भविष्य में एक बड़ी साजिश हो सकती है. खुफिया एजेंसी के एक आला अधिकारी ने बताया कि अफगानिस्तान में तालिबान सरकार में मौजूद नेताओं पर आईएसआई का पूरी तरह से नियंत्रण है.
वहीं आईएसआई चाहती है कि भारत में पाकिस्तानी आतंकवादियों की जगह अफगानी और भारतीय मूल के आतंकी उसकी नापाक साजिश को अंजाम दे. जिससे अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उसकी छवि को कोई नुकसान ना पहुंचे. अफगानिस्तान में तालिबान का कब्जा हुए महज 2 महीने ही बीत रहे हैं और इस दौरान भारत को पूरी तरह से घेरने की कोशिशें सामने आ रही हैं. ध्यान रहे कि गुजरात पोर्ट पर जो मादक पदार्थ पकड़ा गया है उस मामले में भी 4 अफगानी नागरिक और एक उज्बैक का नागरिक गिरफ्तार हुआ है, जिनके तार सीधे अफगानिस्तान से जुड़े पाए गए हैं. खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट पर सुरक्षाबलों ने भी ऐसी साजिशों का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए अपनी कमर कस ली है और जगह-जगह तलाशी और छापेमारी अभियान शुरू किया गया है.