Narendra Giri Case: साधू-संतों की सबसे बड़ी संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के पूर्व अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि (Narendra Giri) की संदिग्ध मौत के मामले से जुड़ी बड़ी खबर सामने आई है. दरअसल इस मामले की जांच कर रही सीबीआई (CBI) ने चार्जशीट दाखिल किया है. सीबाआई ने जेल में बंद तीनों आरोपियों के खिलाफ प्रयागराज की सीजेएम (CJM) कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की है.
मालूम हो कि जेल में बंद तीन आरोपियों का नाम आनंद गिरि, आद्या तिवारी और संदीप तिवारी है. सीबीआई का मानना है कि ये तीनों ही महंत नरेंद्र गिरि के खुदकुशी के जिम्मेदार हैं. वहीं सीजेएम कोर्ट ने चार्जशीट पर संज्ञान लेते हुए सुनवाई के लिए 25 नवम्बर की तारीख तय की है.
20 सितम्बर को संदिग्ध हालत में मिला था शव
दरअसल 20 सितम्बर को बाघम्बरी मठ में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के पूर्व अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि का शव संदिग्ध हालत में मिला था. शव के पास ही उनका सुसाइड नोट भी मिला था. एक तरफ जहां इस खबर के बाद साधु संतों में शोक की लहर थी. वहीं दूसरी तरफ कुछ लोग महंत नरेंद्र गिरी की मौत को लेकर सवाल भी उठ रहे हैं. उनका मानना था कि उनके नरेंद्र गिरी की हत्या किसी षडयंत्र के तहत की गई है.
कई नेताओं ने जताया था दुख
उनके निधन पर कई बड़े महतों के अलावा वरिष्ठ नेताओं ने भी दुख जताया था. समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपने ट्विटर पर लिखा, 'ईश्वर पुण्य आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान व उनके अनुयायियों को यह दुख सहने की शक्ति प्रदान करें'. महंत नरेंद्र गिरि के निधन पर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज चौहान ने भी शोक व्यक्त किया था.
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