दिग्विजय सिंह का आनंद गिरी पर हमला, कहा- ‘मठों पर कब्जा और भूमि ख़रीद फरोख़्त में धांधली उनकी पहचान’
सोमवार को अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध मौत हो गई थी. आनंद गिरि के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज होने के बाद उन्हें हिरासत में लिया गया है.
नई दिल्ली: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने महंत नरेंद्र गिरि की मौत मामले में हिरासत में लिए गए उनके शिष्य आनंद गिरी पर तंज कसा है. दिग्विजय सिंह ने कहा है कि मठों पर कब्जा और भूमि ख़रीद फरोख़्त में धांधली आनंद गिरी की पहचान है. उन्हें अपमानित न करें. सोमवार को अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष और श्रीमठ बाघंबरी गद्दी के महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध मौत हो गई थी.
दिग्विजय सिंह ने क्या कहा है?
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने एबीपी न्यूज़ की एक वीडियो रिट्वीट करते हुए लिखा है, ‘’आनंद गिरि आधुनिक हिंदुत्व के प्रतीक हैं. मठों पर क़ब्ज़ा, मंदिरों पर चढोत्तरी का दुरुपयोग, मंदिरों की भूमि ख़रीद फ़रोख़्त में धांधली. भगवा हिंदू धर्म की पहचान है. उसे अपमानित ना करें.’’
सुसाइड नोट में आनंद गिरी का नाम!
महंत नरेंद्र गिरि सोमवार को अपने मठ के एक कमरे में मृत पाये गए थे. पुलिस के मुताबिक, गिरि ने कथित तौर पर पंखे से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. पुलिस ने कहा कि एक कथित सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें महंत ने लिखा है कि वह मानसिक रूप से परेशान हैं और अपने एक शिष्य से व्यथित हैं. महंत के शव का पोस्टमार्टम आज किया जाएगा.
लखनऊ में अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने कहा कि आनंद गिरि के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज होने के बाद उन्हें हिरासत में लिया गया है. कुमार ने कहा कि सुसाइड नोट में तीन लोगों के नाम थे और प्राथमिकी के आधार पर आनंद गिरि को हिरासत में लिया गया.
मामले की जांच के लिए 18 सदस्यीय एसआईटी गठित
उत्तर प्रदेश पुलिस ने नरेंद्र गिरि की मृत्यु मामले की जांच के लिए 18 सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि महंत की मृत्यु से जुड़े सभी पहलुओं की जांच की जा रही है और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा.