नई दिल्ली: देश के नागरिकों को मोदी सरकार ने नए साल की पूर्व संध्या पर बड़ा तोहफा दिया है. गरीब, निम्न मध्यम वर्ग, और मध्यम वर्ग के लोग घर खरीद सकें इसको लेकर सरकार ने बड़ा ऐलान किया है. प्रधानमंत्री मोदी ने नोटबंदी में साथ देने के लिए देश का धन्यवाद दिया. प्रधानमंत्री ने कहा, ''दीवाली के तुरंत बाद हमारा देश ऐतिहासिक शुद्धि यज्ञ का गवाह बना. हिंदुस्तान ने जो करके दिखाया है, ऐसा विश्व में तुलना करने के लिए कोई उदाहरण नहीं.''


प्रधानमंत्री ने कहा, ''अब बैंकिंग व्यवस्था को सामान्य करने पर ध्यान केंद्रित किया जाए. विशेषकर ग्रामीण इलाकों में, दूर-दराज वाले इलाकों में प्रो-एक्टिव होकर हर छोटी से छोटी कमी को दूर किया जाए.''



प्रधानमंत्री मोदी ने आज क्या ऐलान किए?


1- प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत शहरों में गरीब, निम्न मध्यम वर्ग, और मध्यम वर्ग को नए घर देने के लिए दो नई स्कीमों का ऐलान किया. 2017 में घर बनाने के लिए 9 लाख रुपये तक के कर्ज में 4% की छूट और 12 लाख तक के कर्ज में 3% की छूट दी जाएगी. प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत अब गांवों में बनने वालें घरों की संख्या में 33 फीसदी इजाफा किया गया है. इसके साथ ही गांव में घर के लिए सरकार ने 2 लाख रुपए के कर्ज के लिए ब्याज में 3% तक की छूट देने का ऐलान किया है.


2- प्रधानमंत्री ने किसानों को भी राहत देने का ऐलान किया. डिस्ट्रिक्ट कॉपरेटिव सेंट्रल बैंक और प्राइमरी सोसायटी से जिन किसानों ने खरीफ और रबी की बुवाई के लिए कर्ज लिया था, उस कर्ज के 60 दिन का ब्याज सरकार देगी. ये पैसा किसानों के खातों में ट्रांसफर किया जाएगा.


3- अगले तीन महीने में 3 करोड़ किसान क्रेडिट कार्डों को RUPAY कार्ड में बदला जाएगा.


4- प्रधानमंत्री ने छोटे कारोबारियों को राहत देते हुए ऐलान किया कि अब तक एक करोड़ तक के लोन को कवर किया जाता था. अब दो करोड़ तक के लोन की क्रेडिट गारंटी सरकार लेगी.


5- गर्भवती महिलाओं के लिए सरकार ने देशव्यापी योजना शुरू की है. इसके तहत गर्भवती महिलाओं को 6000 रुपये की आर्थिक मदद दी जएगी. ये पैसा सीधे गर्भवती महिलाओं के खाते में जाएगा. 6000 रुपये की यह मदद पंजीकरण, डिलिवरी, टीकाकरण और पौष्टिक आहार के लिए दी जएगी.


6- सरकार ने वरिष्ठ नागरिकों के लिए भी महत्वपूर्ण ऐलान किया. 7.5 लाख रुपए तक की राशि पर 10 साल तक के लिए सालाना 8 प्रतिशत की ब्याज दर दी जएगी. ये ब्याज सीनियर सिटिजन हर महीने ले सकते हैं.


7- प्रधानमंत्री ने कहा देश में डिजिटल लेन-देन को लेकर काफी सकरात्मक माहौल दिख रहा है डिजीटल पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने 'भीम एप' लॉन्च किया है. मैं देश के युवाओं से, व्यापारी वर्ग से, किसानों से आग्रह कहता हूं कि BHIM एप से ज्यादा से ज्यादा जुड़ें


दरअसल क्या हुआ था?
8 नवंबर की रात आठ बजे पीएम नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी का एलान किया था. इस एलान के तहत 500-1000 रुपये के नोट बंद कर दिए गए थे. पुराने नोटों को बैंक में बदलवाले और जमा करने का ऐलान किया गया. 2000 और 500 के नए नोट भी जारी किए गए. बैंक से कैश निकालने की सीमा हफ्ते में 24 हजार कर दी गई थी. एटीएम से पहले 2000 निकालने का आदेश हुआ फिर 2500 किया गया. इन सब में सबसे खास बात यह है कि 50 दिन में 64 बार नियम बदले गए.


पुराने नोटों का अब क्या होगा?
500-1000 के नोट अब बदले नहीं जा सकते. पुराने नोट कुछ विशेष शर्तों के साथ रिजर्व बैंक में सिर्फ जमा किए जा सकते हैं. सरकार ने कैश की किल्लत से निपटने के लिए कैशलेस ट्रांजेक्शन को बढ़ावा देने की बात कही है.


नोटबंदी में किन दिक्कतों का सामना करना पड़ा?
नोटबंदी में कई तरह के कारोबार पर बुरा असर पड़ा. छोटे कारोबारियों पर 35 फीसदी तक असर पड़ा. रोज लोगों की भीड़ बैंक और एटीएम के बाहर लगने लगी. इस दौरान बैंक में कैश की किल्लत से देश परेशान रहा. बड़े शहरों से मजदूरों का पलायन भी बढ़ा. 2000 के नोट की वजह से छुट्टे की दिक्कत हुई. इस वजह से नोटों की जमाखोरी ज्यादा होने लगी.


नोटबंदी से देश को क्या मिला?
आरबीआई और सरकार द्वारा जारी आंकडों के मुताबिक करीब 14 लाख करोड़ रुपये बैंकों में वापस आ चुके हैं. 15.44 लाख करोड़ रुपये वापस आने थे. नोटबंदी के पचास दिनों में 770 करोड़ से ज्यादा कैश बरामद किया गया. इसमें 100 करोड़ से ज्यादा 2000 के नए वाले नोट थे.


नोटबंदी के बीच पचास दिनों में जनधन खातों में करीब 74 हजार करोड़ जमा हुए. काले का सफेद करने वाले कई लोग पकड़े गए. दिल्ली, कोलकाता सहित कई शहरों में बैंक अधिकारी भी पकड़े गए. सोना खरीद में हेराफेरी करने वाले पकड़े गए.


टैक्स चोरी के आरोप में 5000 से ज्यादा लोगों को इनकम टैक्स ने नोटिस भेजा. देश में कैशलेस कारोबार बढ़ गया. सरकार की ओर से 11 सुविधाओं के लिए डिजिटिल पेमेंट पर छूट मिली. सरकार के मुताबिक टैक्स में बढोतरी हुई करीब 14 फीसदी ज्यादा टैक्स आया.