नई दिल्ली: रोजगार के मुद्दे पर विपक्षी आरोपों से घिरी मोदी सरकार ने कहा है कि देश में अभी भी बेरोजगारी की दर 2 फीसदी है. केंद्र सरकार की तरफ से राज्यसभा में मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने कहा है कि बेरोजगारी दर निकालने के तरीके में बदलाव किया गया है और इस हिसाब से यह आंकड़ा 6.1 फीसदी है. उन्होंने कहा कि पुराने मेथड से यह अभी भी 2.1 फीसदी ही है.
बता दें कि एनएसएसओ की रिपोर्ट के लीक होने पर बेरोजगारी दर के आंकड़े 6.1 फ़ीसदी रहने की बात सामने आई थी. सरकार ने इस मसले पर कहा कि ये रिपोर्ट लीक कैसे हुई इसका पता लगाया जा रहा है. केंद्रीय मंत्री ने बेरोजगारी दर पर विपक्षी सवालों के भी जवाब दिए.
इस मसले पर केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने सदन में कहा कि पहले रोजगार और बेरोजगारी का सर्वे पांच साल में एक बार होता था, लेकिन मोदी सरकार ने इसे सालाना करा दिया. उन्होंने कहा कि इसी के बाद साल 2016-17 से सालाना सर्वे करने का फैसला लिया गया है. 45 साल में सबसे अधिक बेरोजगारी दर पर केंद्र सरकार ने कहा कि एनएसएसओ की ये रिपोर्ट नई गणना के आधार पर तैयार की गई थी.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सरकार अब ये पता कर रही है कि आखिर वह रिपोर्ट लीक कैसे हुई थी. बता दें कि साल की शुरुआत में एनएसएसओ की रिपोर्ट का हवाला देते हुए जो जानकारी सामने आई थी उसमें कहा गया था की साल 2017-18 में देश में बेरोजगारी दर 45 साल में सबसे ज्यादा थी. एनएसएसओ की रिपोर्ट के आधार पर 2017-18 में बेरोजगारी दर 6.1 फ़ीसदी तक पहुंच गई थी जो कि 1972-73 के बाद सर्वाधिक है.