नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मोदी सरकार पर मनरेगा को कमज़ोर करने का आरोप लगाते हुए कहा कि वर्तमान सरकार के तमाम प्रयासों के बावजूद लॉकडाउन जैसे संकट के दौरान मनरेगा ने ग़रीबों की मदद की है.
इस साल सबसे ज़्यादा आवंटन
सोनिया गांधी की ओर से महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोज़गार गारंटी योजना यानी मनरेगा को लेकर लगाए गए आरोपों का जवाब दिया गया है. भारत सरकार की ओर से ग्रामीण विकास मंत्रालय ने वर्तमान वित्तीय वर्ष 2020-21 के दौरान के मनरेगा से जुड़े कुछ आंकड़े पेश किए हैं. मंत्रालय के मुताबिक़ इस साल मनरेगा में अबतक का रिकॉर्ड आवंटन किया गया है. इस साल इस योजना के लिए 1,01,500 करोड़ रुपए का आवंटन किया गया है.
इनमें क़रीब 60000 करोड़ रुपये का प्रावधान बजट में किया गया था, जबकि अतिरिक्त 42000 करोड़ रुपये का आवंटन कोरोना महामारी के मद्देनजर किया गया है. मंत्रालय के मुताबिक़ इसमें से बजट में किए गए आवंटन में से 31,493 करोड़ रुपए जारी भी कर दिए गए हैं, जो 50 फ़ीसदी से भी ज़्यादा हैं.
अब तक 6.69 करोड़ लोगों को मिला काम
इस वित्तीय वर्ष के पहले दो महीने यानी अप्रैल और मई के दौरान 6.69 करोड़ लोगों को मनरेगा के तहत काम दिया जा चुका है. मई महीने में औसतन रोज़ाना करीब 2.51 करोड़ लोगों को काम दिया गया. ग्रामीण विकास मंत्रालय के मुताबिक ये पिछले साल मई के दौरान दिए गए काम से 73 फ़ीसदी ज़्यादा है. पिछले साल मई में औसतन रोज़ाना 1.5 करोड़ लोगों को काम दिया गया था.
अब तक 10 लाख काम पूरे किए गए
अपने जवाब में ग्रामीण विकास मंत्रालय ने बताया कि इस वित्तीय वर्ष के पहले दो महीने में ही क़रीब 10 लाख काम पूरे किए जा चुके हैं. मंत्रालय के मुताबिक़ इनमें ज्यादातर काम जल संरक्षण, सिंचाई की व्यवस्था, पौधारोपण, साग सब्ज़ी के उत्पादन और अन्य ऐसे क्षेत्रों में दिए गए हैं.