G-20 Summit in Bali: जी-20 समिट में हिस्सा लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार (14 नवंबर) को इंडोनेशिया के बाली पहुंच गए हैं. उन्होंने कहा कि वह यहां जी20 समूह के नेताओं के साथ वैश्विक आर्थिक वृद्धि में नई जान फूंकने, खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करने जैसी चुनौतियों और स्वास्थ्य तथा डिजिटल परिवर्तन से जुड़े मुद्दों के समाधान पर व्यापक चर्चा करेंगे.
पीएम नरेंद्र मोदी ने जी20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए बाली रवाना होने से एक बयान में कहा कि वह वैश्विक चुनौतियों का सामूहिक समाधान करने में भारत की उपलब्धियों और इसकी ‘‘मजबूत प्रतिबद्धता’’ को भी रेखांकित करेंगे. साथ ही यूक्रेन संकट, खासतौर पर खाद्य व ऊर्जा सुरक्षा पर इसके प्रभावों सहित ज्वलंत वैश्विक चुनौतियों पर चर्चा होने की उम्मीद है. बता दें कि जी-20 शिखर सम्मेलन में चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग, अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों भी शामिल होने वाले हैं.
पीएम मोदी ने क्या कहा?
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, कि बाली शिखर सम्मेलन के दौरान, मैं वैश्विक आर्थिक वृद्धि, खाद्य व ऊर्जा सुरक्षा, पर्यावरण, स्वास्थ्य तथा डिजिटल परिवर्तन जैसे वैश्विक चिंता के प्रमुख मुद्दों पर जी20 देशों के नेताओं के साथ व्यापक चर्चा करूंगा. आगे उन्होंने बताया कि शिखर सम्मेलन में बातचीत के दौरान मैं वैश्विक चुनौतियों का सामूहिक समाधान करने में भारत की उपलब्धियों और इसकी मजबूत प्रतिबद्धता को रेखांकित करूंगा.
जी-20 क्या है?
जी20 वैश्विक आर्थिक सहयोग का एक प्रभावशाली संगठन है. यह वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद (GDP) का लगभग 85 प्रतिशत, वैश्विक व्यापार का 75 प्रतिशत से अधिक और विश्व की लगभग दो-तिहाई आबादी का प्रतिनिधित्व करता है. इंडोनेशिया जी-20 का वर्तमान अध्यक्ष है. भारत एक दिसंबर से औपचारिक रूप से जी-20 की अध्यक्षता संभालेगा.
'नागरिकों के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण होगा'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत के अगले महीने जी20 की अध्यक्षता संभालने के विषय पर कहा, ‘‘बाली शिखर सम्मेलन के समापन समारोह में इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो हिंदुस्तान को जी20 की अध्यक्षता सौंपेंगे, जो हमारे देश और नागरिकों के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण होगा.
पीएम मोदी ने कहा, ‘‘भारत एक दिसंबर 2022 से औपचारिक रूप से जी20 की अध्यक्षता संभालेगा. मैं अगले साल शिखर सम्मेलन में शिरकत करने के लिए सभी सदस्य देशों के नेताओं को निजी तौर पर आमंत्रित करूंगा.’’ उन्होंने आगे कहा कि भारत की जी20 अध्यक्षता ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ या ‘एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य’ विषय पर आधारित होगी, जो सभी के लिए समान विकास एवं भविष्य के संदेश पर जोर देती है. इसके अलावा कहा कि वह मंगलवार को एक स्वागत समारोह में बाली में भारतीय समुदाय के सदस्यों को संबोधित करने को उत्सुक हैं.
यह है प्लान
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैं जी20 शिखर सम्मेलन से इतर, समूह के कई सदस्य देशों के नेताओं से मुलाकात करूंगा और भारत के द्विपक्षीय संबंधों की प्रगति की उनके साथ समीक्षा करूंगा. जी-20 समूह दुनिया की प्रमुख विकसित और विकासशील अर्थव्यवस्थाओं का एक अंतर-सरकारी मंच है.
इसमें अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, दक्षिण कोरिया, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, ब्रिटेन, अमेरिका और यूरोपीय संघ (ईयू) शामिल हैं. इंडोनेशिया के राष्ट्रपति के आमंत्रण पर प्रधानमंत्री जी20 शिखर सम्मेलन में शामिल हो रहे हैं.
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