Narendra Modi in News9 Global Summit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जितना अपनी स्पीच और अंदाज के लिए जाने जाते हैं, उतना ही उनके वर्किंग स्टाइल (काम के तौर-तरीके) की भी चर्चा होती है. सोमवार (26 फरवरी, 2024) को एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने बताया कि वह किस तरह अटके हुए बड़े प्रोजेक्ट्स को पूरा कराते हैं. पीएम मोदी ने इस दौरान यह भी दावा किया कि उनकी सरकार लटकाने-भटकाने वाली अप्रोच छोड़ चुकी है.
न्यूज-9 ग्लोबल समिट में स्पीच के बीच में पीएम मोदी ने- प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) में अब तकनीक की मदद से काम होता है. यह पूरा काम "प्रगति" नाम से होता है. हर महीने मैं खुद अटके हुए प्रोजेक्ट्स की फाइल लेकर बैठता हूं. मेरे सामने इस दौरान डेटा भी होता है. लटके हुए प्रोजेक्ट से जुड़े ब्यौरे के साथ सामने सचिव और अन्य अफसर भी मेरे सामने होते हैं. हम इस दौरान एक-एक चीज का एनालिलिस (विश्लेषण) करते हैं.
10 साल में 17 लाख करोड़ से अधिक की PM मोदी ने की समीक्षा
प्रधानमंत्री ने आगे जानकारी दी कि वह 10 साल में 17 लाख करोड़ रुपए से अधिक के प्रोजेक्ट की समीक्षा कर चुके हैं. यही वजह है कि इसी फॉर्मैट के तहत लटके हुए प्रोजेक्ट्स पूरे हो सके. जिस देश में पहले की सरकारें उस स्पीड (धीमी गति के संदर्भ में) से काम करती रही हैं तो देश बिग लीप (बड़ी छलांग) कैसे ले पाता? आज केंद्र सरकार लटकाने-भटकाने वाली पुरानी अप्रोच पीछे छोड़ चुकी है.
माइंडसेट में आया बदलाव, देश की छलांग कमाल की- PM मोदी
पीएम मोदी के मुताबिक, पिछले 10 साल में देश के लोगों के सोचने के तौर-तरीके (माइंडसेट) में परिवर्तन आया है. देश ने जो छलांग लगाई है, वह कमाल की है. पहले जिन्होंने सरकार चलाई उनका भारतीयता के सामर्थ पर विश्वास नहीं था. उन्होंने भारतीयों को कम करके आंका और तब लाल किला की प्राचीर से कहा जाता था कि हम भारतीय निराशावादी है.