PM Modi Interview: अगले कुछ दिनों में विश्व के बड़े नेता जी-20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए दिल्ली आने वाले हैं. इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक इंटरव्यू दिया है जिसमें उन्होंने कई मुद्दों पर चर्चा की. उन्होंने भारत को जी-20 की अध्यक्षता मिलने पर, ऊर्जा के क्षेत्र में भारत की प्रगति और विश्व के नेता भारत को किस नजरिए से देखते हैं जैसे कई मामलों पर बात की.


मनी कंट्रोल डॉट कॉम को दिए स्पेशल इंटरव्यू में उन्होंने किन बड़ी बातों को रखा आइए जानते हैं-


1. भारत को जी-20 की अध्यक्ष मिलने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि वसुधैव कुटुंबकम यानी एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य. ये जी-20 की अध्यक्षता के प्रति हमारे नजरिए को उपयुक्त रूप से दर्शाता है. हमारे लिए पृथ्वी एक परिवार की तरह है और किसी परिवार में हर एक सदस्य का भविष्य हर दूसरे सदस्य के साथ गहराई से जुड़ा होता है. इसलिए जब हम एक साथ काम कर रहे होते हैं तो एक साथ आगे बढ़ते हैं किसी को पीछे नहीं छोड़ते.


2. उन्होंने आगे कहा कि हमने पिछले 9 सालों में अपने देश के अंदर भी सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के नजरिए का पालन किया है. आज इस मॉडल की सफलता को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी पहचान मिली है.


3. विश्व के नेता भारत को किस नजरिए से देखते हैं, इसके जवाब में पीएम मोदी कहते हैं, “जब विश्वभर के नेता मुझसे मिलते हैं तो भारत को आशाभरी नजरों से देखते हैं. वो लोग भी मानते हैं कि भारत के पास देने के लिए बहुत कुछ है. इसे विश्व स्तर पर आकार देने के लिए एक बड़ी भूमिका निभाई जानी चाहिए. ये जी-20 के मंच के जरिए हमारे काम के प्रति समर्थन में देखा गया है.”


4. ऊर्जा के क्षेत्र में भारत इतना आगे कैसे बढ़ा के जवाब में उन्होंने कहा, “पेरिस बैठक के दौरान हमने कहा था कि हम ये सुनिश्चित करेंगे कि साल 2023 तक हमारी 40 प्रतिशत ऊर्जा गैर जीवाश्म स्रोतों से आएगी. हमने अपने वादे से 9 साल पहले यानी 2021 में ही इसे हासिल कर लिया. ये हमारी ऊर्जा की खपत कम करने से नहीं बल्कि नवीकरणीय ऊर्जा को बढ़ाने से हुआ है. सौर ऊर्जा की क्षमता 20 गुना बढ़ गई और पवन ऊर्जा के मामले में हम दुनिया के टॉप के 4 देशों में शामिल हुए हैं.”


5. वो आगे कहते हैं, “इलेक्ट्रिक व्हीकल इंडस्ट्री को सरकार प्रोत्साहित करने का प्रयास कर रही है. दूसरी इंडस्ट्रीज भी नए विकल्प आजमाने के लिए ज्यादा खुलेपन के साथ जवाब दे रहे हैं. सिंगल यूज प्लास्टिक के प्रयोग से बचने के लिए विहेवियर चेंज एक जनआंदोलन बन गया. स्वच्छता अब एक सामाजिक आदर्श है. सरकार नेचुरल फार्मिंग को फेमस बनाने पर भी काम कर रही है. हमने अपने ग्रह की देखभाल करने के लिए देशों को एक साथ लाने के लिए वैश्विक प्रयासों का नेतृत्व भी किया है.”


6. दिल्ली के बाहर जी-20 की बैठकें आयोजित होने पर पीएम मोदी ने कहा, “पहले तो दिल्ली से बाहर राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय बैठकों की मेजबानी के बारे में सोचना भी मुश्किल था. ये सुविधा या लोगों में विश्वास की कमी की वजह से हो सकता है. मैंने देश भर में विश्व के नेताओं के साथ मेजबानी की है. उदाहरण के तौर पर बेंगलुरू में तत्कालीन चांसलर एंजेला मर्केल की मेजबानी की गई. फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और जापान के तत्कालीन पीएम शिंजो आबे ने वाराणसी का दौरा किया. पुर्तगाल का राष्ट्रपति मार्सेलो रेबेडो डी सूसा की गोवा और मुंबई में मेजबानी की गई. बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने शांतिनिकेतन का दौरा किया."


7. देश की अर्थव्यवस्था पर बात करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, “भारत पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है. ये वास्तव में महत्वपूर्ण बात है लेकिन जिस तरह से देश ने इसे किया मेरी नजर में वो भी उतना ही महत्वपूर्ण है. ये एक उपलब्धि है. क्योंकि एक ऐसी सरकार है जिस पर लोगों को भरोसा है और बदले में सरकार को भी देश के लोगों की क्षमताओं पर भरोसा है. मुद्रास्फीति एक प्रमुख मुद्दा है जिसका दुनिया सामना कर रही है. पहले महामारी फिर संघर्ष ने महंगाई की गतिशीलता को बदल दिया. जिसके परिणामस्वरूप उन्नत देशों और उभरती अर्थव्यवस्थाओं दोनों को उच्च मुद्रास्फीति का सामना करना पड़ रहा है. ये एक वैश्विक मुद्दा है जिसमें निकट सहयोग की जरूरत है.”


8. महंगाई पर बात करते हुए उन्होंने कहा, “सरकार ने महंगाई को काबू में रखने के लिए कई कदम उठाए हैं. भारत की ग्रोथ से दुनिया के हितों को भी मदद मिल रही है. 2022 में दुनिया के मुकाबले भारत की महंगाई कम है. अर्थव्यवस्था, एजूकेशन, सोशल, एम्पॉवरमेंट में रिफॉर्म किया है. रक्षाबंधन पर सिलेंडर के दाम घटाए गए हैं.”


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