नई दिल्ली: भारत ने जनवरी 2021 में गणतंत्र दिवस समारोह के लिए मुख्य अतिथि के रूप में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन को आमंत्रित किया है. राजनयिक सूत्रों के मुताबिक लंदन से इस पर फैसला आने का इंतजार है. वहीं भारतीय विदेश मंत्रालय (MEA) की ओर से भी फिलहाल इसपर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.


राजनयिक सूत्र के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ब्रिटेन के पीएम बोरिस जॉनसन के बीच हाल ही में 27 नवंबर को टेलीफोन पर वार्ता हुई थी. इस बातचीत के दौरान पीएम मोदी ने बोरिस जॉनसन को जनवरी 2021 में गणतंत्र दिवस समारोह में आने का न्योता दिया था. हालांकि इस पर ब्रिटिश उच्चायोग की कोई पुष्टि नहीं हुई है. इन खबरों के बीच ब्रिटिश हाईकमीशन के प्रवक्ता ने न्यूज एजेंसी एएनआई से अपनी प्रतिक्रया दी है. उन्होंने कहा है कि वो इसे लेकर किसी भी तरह से पुष्टि नहीं कर सकते. हांलांकि, उन्होंने कहा कि ब्रिटेन के पीएम जल्द से जल्द भारत आने के इच्छुक जरूर हैं.


वहीं इस निमंत्रण से पहले रायसीना वार्ता के लिए भी पीएम जॉनसन की यात्रा के लिए चर्चा चल रही थी. हालांकि यात्रा के सवालों पर विदेश मंत्रालय (MEA) की कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. ब्रिटिश पीएम बोरिस जॉनसन 'Seventy-Two Virgins' और 'The Perils of Pushy Parents' किताबों के लेखक भी हैं.


गणतंत्र दिवस समारोह पर स्पष्टता नहीं


बता दें कि कोरोना वायरस महामारी के कारण अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की फरवरी 2020 में यात्रा के बाद से हाई लेवल की कोई यात्रा नहीं हुई है. इसके अलावा भारत में कोरोना वायरस के संक्रमित मरीजों की संख्या एक करोड़ के करीब पहुंच रही है. ऐसे में 2021 के गणतंत्र दिवस समारोह पर अभी भी कोई स्पष्टता नहीं है.


फोन पर की थी बातचीत


वहीं विदेश मंत्रालय ने 27 नवंबर को एक बयान में कहा कि दोनों नेताओं (पीएम नरेंद्र मोदी और पीएम बोरिस जॉनसन) ने कोरोना महामारी से उत्पन्न चुनौतियों के बारे में विचारों का आदान-प्रदान किया और टीकाकरण विकास और विनिर्माण के क्षेत्र में भारत और यूके के बीच हो रहे सहयोग की समीक्षा की.


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