नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मध्य प्रदेश के शहर इंदौर की मस्जिद में दाऊदी बोहरा समुदाय के धर्मगुरु सैयदना मुफद्दल सैफुद्दीन से मुलाकात की. इंदौर में दाऊदी बोहरा समुदाय के धर्मगुरु के प्रवचन का नौ दिवसीय कार्यक्रम बुधवार से शुरू हुआ है. समुदाय के दुनियाभर में बसे हजारों लोग इस धार्मिक कार्यक्रम के लिये खास तौर पर इंदौर पहुंचे हैं. दावे के मुताबिक करीब चार लाख लोख इंदौर पहुंचे हैं. प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के दौरान लोकसभा अध्यक्ष एवं स्थानीय सांसद सुमित्रा महाजन, मध्यप्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और सूबे के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी मौजूद रहे.


प्रधानमंत्री मोदी ने इस कार्यक्रम में क्या कहा?
सैयदना मुफद्दल सैफुद्दीन से मुलाकात के बाद प्रधानमंत्री दाऊदी बोहरा समुदाय के लोगों को सम्बोधित भी किया. प्रधानमंत्री ने कहा, ''आप सभी के बीच में आना हमेशा मेरे लिए एक प्रेरक अवसर होता है. इस पवित्र अवसर पर आपने मुझे यहां आने का मौका दिया इसके लिए मैं आपका आभारी हूं. तकनीक ''


प्रधानमंत्री ने कहा, ''इमाम हुसैन के पवित्र संदेश को आपने अपने जीवन में उतारा है. सदियों से देश और दुनिया में पैगाम पहुंचाया है. इमाम हुसैन अमन और इंसाफ के लिए शहीद हो गए. उनकी सीख उस समय जितनी महत्वपूर्ण थी उतनी ही आज के लिए भी. इन परंपराओं को मुखरता से प्रसारित करने की आवश्कता है. मुझे खुशी है कि बोहरा समुदाय का एक एक सदस्य इस मिशन में लगा हुआ है.''


प्रधानमंत्री ने कहा, ''मुझे खुशी है कि बोहरा समाज पूरे विश्व को भारत की आपस में जोड़े रखने की ताकत से परिचित करवा रहा है. मैं दुनिया में जहां भी जाता हूं मैं वहां शांति और विकास में अपने देश के योगदान की बातें जरूर करता हूं. इस काम में वोहरा समाज की भूमिका हमेशा महत्वपूर्ण रही है. यह सीख सैय्यदना साहब हमेशा अपने प्रवचन में देते रहे हैं. आज भी उन्होंने अपने प्रवचन में यही बताया कि हमें देश के लिए, कानून के लिए क्या करना चाहिए.''


प्रधानमंत्री ने कहा, ''वोहरा समाज के साथ मेरा रिश्ता बहुत पुराना है, मैं सचमुच में एक प्रकार से परिवार का सदस्य बन गया हूं. मैं हमेशा अपनापन महसूस करता हूं. मेरा सौभाग्य है कि आपका और आपके परिवार स्नेह मुझ पर अपरंपार रहा है. आज भी जन्मदिन से पहले आपने मुझे आशीर्वाद दिया, मैं आप का आभारी हूं. गुजरात का शायद ही कोई गांव हो जहां बोहरा समुदाय का कोई व्यपारी ना मिले. मैं गुजरात का मुख्यमंत्री था तब कदम कदम पर आपका साथ मुझे मिला.''


प्रधानमंत्री के शिरकत के 'सियासी मायने'
वर्ल्ड इस्लामिक सूफी कॉन्फ्रेंस के बाद यह दूसरा मौका है जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मुस्लिम समुदाय के किसी इतने बड़े कार्यक्रम में शामिल हुए हैं. प्रधानमंत्री के इस कार्यक्रम में शामिल होने के सियासी मायने भी निकाले जाने लगे हैं. मध्यप्रदेश में चुनाव में बेहद कम वक्त बचा है. तीन बार से सत्ता पर काबिज बीजेपी के सामने अपनी कुर्सी बचाए रखने की चुनौती है. वहीं 15 साल के सत्ता का वनवास झेल रही कांग्रेस किसी भी कीमत पर वापसी करने को आतुर है.


बोहरा मुस्लिम समुदाय को लंबे समय से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का समर्थक माना जाता रहा है. देश में दाऊदी बोहरा समुदाय की सबसे ज्यादा आबादी गुजरात में है. प्रधानमंत्री मोदी जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे तब भी उन्हें इस समुदाय का समर्थन हासिल था. ऐसे में मध्यप्रदेश चुनाव से पहले प्रधानमंत्री की इतने बड़े कार्यक्रम में शिरकत के सियासी मायने तो जरूर निकाले जाएंगे. मोटे अनुमान के मुताबिक प्रदेश में दाऊदी बोहरा समुदाय की आबादी 2.5 लाख के आसपास है. दाऊदी बोहरा समुदाय के ज्यादातर लोग फर्नीचर के व्यापार से जुड़े हैं.