नई दिल्ली: कृषि बिल को लेकर पिछले दो दिनों से चल रहे हंगामे के बीच प्रधानमंत्री के ट्वीट ने राजनीति गर्म कर दी है. उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह ने अपने घर से चाय लेकर सुबह धरने पर बैठे सांसदों से मुलाकात की और उनसे संवाद किया. लेकिन सांसदों ने चाय पीने से इनकार कर दिया. उपसभापति की सादगी से प्रभावित होकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक के बाद एक तीन ट्वीट किए. उन्होंने लिखा कि 'बिहार की धरती ने सदियों पहले पूरे विश्व को लोकतंत्र की शिक्षा दी थी. आज उसी बिहार की धरती से प्रजातंत्र के प्रतिनिधि बने श्री हरिवंश जी ने जो किया, वह प्रत्येक लोकतंत्र प्रेमी को प्रेरित और आनंदित करने वाला है'. उनके इस ट्वीट के बाद राजनीति ने नया मोड़ ले लिया है. विपक्ष का आरोप है कि बिहार चुनाव में लाभ लेने के लिए प्रधानमंत्री द्वारा राजनीति की जा रही है. संजय सिंह ने कहा कि बिहार को लेकर हो रही है राजनीति. जिस पर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र शेखावत ने तो साफ कर दिया कि ये मामला बिहार चुनाव का प्रमुख मुद्दा रहने वाला है.


गौरतलब इस साल के अंत तक बिहार में विधानसभा चुनाव होने हैं. जेडीयू और भाजपा दोनों एक साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे. जबकि बिहार के रहने वाले और जेडीयू के नेता हरिवंश नारायण सिंह एनडीए की ओर से उप सभापति चुने गए हैं. ऐसे में जब प्रधानमंत्री मोदी ने आज उनके समर्थन में तीन ट्वीट किया तो विपक्ष ने उसे बिहार चुनाव से जोड़ दिया. संजय सिंह, डेरेक ओ ब्रेयन ने सीधा आरोप लगाया कि उप सभापति की आड़ में प्रधानमंत्री मोदी बिहार की राजनीति कर रहे हैं.




पीएम मोदी ने धरने पर बैठे निलंबित सांसदों के लिए उप सभापति के घर से चाय ले जाने की भी तारीफ की.




प्रधानमंत्री ने बिहार से आने वाले हरिवंश की तारीफ करते हुए बिहार की महान लोकतांत्रिक परंपरा को याद किया





इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट करते हुए कहा कि 'माननीय राष्ट्रपति जी को माननीय हरिवंश जी ने जो पत्र लिखा, उसे मैंने पढ़ा. पत्र के एक-एक शब्द ने लोकतंत्र के प्रति हमारी आस्था को नया विश्वास दिया है. यह पत्र प्रेरक भी है और प्रशंसनीय भी. इसमें सच्चाई भी है और संवेदनाएं भी. मेरा आग्रह है, सभी देशवासी इसे जरूर पढ़ें.'


प्रधानमंत्री ने आगे लिखा, 'हर किसी ने देखा कि दो दिन पहले लोकतंत्र के मंदिर में उनको किस प्रकार अपमानित किया गया, उन पर हमला किया गया और फिर वही लोग उनके खिलाफ धरने पर भी बैठ गए. लेकिन आपको आनंद होगा कि आज हरिवंश जी ने उन्हीं लोगों को सवेरे-सवेरे अपने घर से चाय ले जाकर पिलाई. यह हरिवंश जी की उदारता और महानता को दर्शाता है. लोकतंत्र के लिए इससे खूबसूरत संदेश और क्या हो सकता है. मैं उन्हें इसके लिए बहुत-बहुत बधाई देता हूं.' उनके ट्वीट अलग अलग मायने निकाले जा रहे हैं.