Narendra Modi Kalki Dham Temple Speech: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को यूपी के संभल में कल्कि धाम का शिलान्यास किया. लोकसभा चुनाव से पहले अयोध्या के राम मंदिर के बाद यह दूसरा बड़ा आध्यात्मिक स्थल है, जिसकी उन्होंने आधारशिला रखी. वह बोले कि जो अच्छे काम रह गए हैं, उन्हें वह पूरे कर के रहेंगे.
पीएम नरेंद्र मोदी ने कल्कि धाम मंदिर की आधारशिला रखने के बाद लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि, "भक्ति और आध्यात्म की एक और धारा प्रवाहित होने को लालायित है. आज एक और पवित्र धाम की नींव रखी जा रही है. मुझे भव्य कल्कि धाम के शिलान्यास का सौभाग्य मिला है. मुझे विश्वास है कि यह भारतीय आस्था के एक और विराट केंद्र के रूप में उभरकर सामने आएगा. मैं सभी देशवासियों को और विश्व के सभी श्रद्धालुओं को शुभकामनाएं देता हूं. अभी आचार्य जी कह रहे थे कि 18 साल के इंतजार के बाद यह अवसर आया है." उन्होंने आचार्य से कहा कि "वैसे भी कुछ अच्छे काम ऐसे हैं जो कुछ लोग मेरे लिए अच्छा काम छोड़कर चले गए हैं."
पीएम ने की प्रमोद कृष्णम की जमकर तारीफ
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, "मैं इस अवसर पर छत्रपति शिवाजी महाराज के चरणों में श्रद्धापूर्वक नमन करता हूं, उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं. साथियों पिछले दिनों जब प्रमोद कृष्णम जी मुझे निमंत्रण देने आए थे और जो बातें उन्होंने बताईं उसके आधार पर मैं कह रहा हूं कि आज जितना आनंद उनको हो रहा है उससे कई गुना आनंद उनकी माता जी को हो रहा होगा. मां के वचन के पालन के लिए एक बेटा कैसे जीवन खपा सकता है ये प्रमोद कृष्णम जी ने बता दिया है. प्रमोद कृष्णम जी बता रहे थे कि यह मंदिर विशिष्ट होने वाला है. यह ऐसा मंदिर होगा जिसमें 10 गर्भगृह होंगे और भगवान के सभी 10 अवतारों को विराजमान किया जाएगा."
'अच्छा हुआ आपने कुछ दिया नहीं...'
पीएम मोदी ने कहा, प्रमोद कृष्णम जी स्वागत प्रवचन में कह रहे थे कि हर किसी के पास देने के लिए कुछ न कुछ होता है, लेकिन मेरे पास कुछ नहीं है. मैं सिर्फ भावनाएं व्यक्त कर सकता हूं... अच्छा हुआ प्रमोदी जी आपने कुछ दिया नहीं. वरना जमाना इतना बदल गया है कि आज के युग में सुदामा श्री कृष्ण को एक पोटली में चावल देते तो वीडियो निकल जाती, सुप्रीम कोर्ट में पीआईएल हो जाती और जजमेंट आता कि भगवान कृष्ण को भ्रष्टाचार में कुछ दिया गया और भगवान कृष्ण भ्रष्टाचार कर रहे थे. इसमें हम क्यों फंसें. अच्छा हुआ कि आपने कुछ दिया नहीं. मैं इस शुभ कार्य में अपना मार्गदर्शन देने के लिए पधारे सभी संतों को भी नमन करता हूं. मैं आचार्य प्रमोद कृष्णम जी को भी बदाई देता हूं."
'पिछले महीने 500 साल के इंतजार को पूरा होते देखा'
उन्होंने आगे कहा, "साथियों यह भारत के सांस्कृतिक नवजागरण का एक और क्षण है. अभी पिछले महीने ही अयोध्या में भारत ने 500 साल के इंतजार को पूरा होते हुए देखा है. रामलला के विराजमान होने का वो अलौकिक अनुभव, वो दिव्य अनुभूति अब भी भावुक कर जाती है. इसी बीच हम देश से सैकड़ों किलोमीटर दूर अरब की धरती आबू धाबी पर पहले हिंदू मंदिर के भी साक्षी बने. पहले जो कल्पना से परे थे, वो अब हकीकत बन चुका है. अब संभल में भव्य कल्कि धाम के शिलान्यास के गवाह बन रहे हैं. एक के बाद एक ऐसे आध्यात्मिक अनुभव, सांस्कृतिक गौरव के ये पल हमारी पीढ़ी के जीवनकाल में इनका आना... इससे बड़ा सौभाग्य क्या हो सकता है. इसी काल खंड में हमने विश्वनाथ धाम के वैभव को काशी की धरती पर निखरते देखा है. इसी कालखंड में हम काशी का कायकल्प होते देख रहे हैं.
'आज मंदिर भी बन रहे हैं और मेडिकल कॉलेज भी'
मोदी ने आगे कहा, "हम विकास भी, विरासत भी" इस मंत्र को आत्मसात करते हुए चल रहे हैं. आज एक तरफ जहां हमारे तीर्थों का विकास हो रहा है तो दूसरी ओर शहरों में हाईटेक इन्फ्रास्ट्रक्चर भी बन रहे हैं. आज अगर मंदिर बन रहे हैं तो देशभर में नए मेडिकल कॉलेज भी बन रहे हैं. आज विदेशों से हमारी प्राचीण मूर्तियां भी वापस लाई जा रही हैं और रिकॉर्ड संख्या में विदेशी निवेश भी आ रहा है. यह परिवर्तन प्रमाण है साथियों, प्रमाण इस बात का कि समय का चक्र घूम चुका है. एक नया दौर आज हमारे दरवाजे पर दस्तक दे रहा है. ये समय है हम उस आगमन का दिल खोलकर स्वागत करें. इसलिए मैंने लालकिले से देश के लोगों को याद दिलाया था कि यही समय है, सही समय है."
जानिए पीएम के स्पीच की बड़ी बातें यहां:
'यह भारत के लिए एक नई यात्रा का शुभारंभ है'
पीएम ने कहा, "जिस दिन अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा हुई थी, तब मैंने एक और बात कही थी. मैंने कहा था कि 22 जनवरी से नए काल चक्र की शुरआत हो चुकी है. प्रभु श्रीराम ने जब शासन किया तो उसका प्रभाव काफी समय तक रहा. उसी तरह रामलला के विराजमान होने से अगले हजार वर्षों तक भारत के लिए एक नई यात्रा का शुभारंभ हो रहा है. अमृत काल में राष्ट्र निर्माण के लिए पूरी सहस्त्र शताब्दी का यह संकल्प केवल एक अभिलाषा भर नहीं है. यह एक ऐसा संकल्प है जिसे हमारी संस्कृति ने हर काल खंड में जी कर दिखाया है."
'भगवान कल्कि कालचक्र के परिवर्तन के प्रेरणा श्रोत'
पीएम मोदी ने कहा, "प्रमोद कृष्णम जी ने बताया कि भगवान राम की तरह ही कल्कि का अवतार भी हजारों साल की रूपरेखा तय करेगा. इसलिए भाइयों-बहनों हम ये कह सकते हैं कि कल्कि कालचक्र के परिवर्तन के प्रेरणा श्रोत हैं. शायद इसलिए कल्कि धाम एक ऐसा धाम होने जा रहा है जो उन भगवान को समर्पित है जिनका अभी अवतार होना बाकी है. हजारों वर्ष की आस्था के लिए अभी से उसकी तैयारी यानी हम लोग भविष्य को लेकर कितने तैयार होकर रहने वाले लोग हैं. कुछ दिन पहले ही मेरी प्रमोद कृष्णम जी से मुलाकात हुई. इन्हें कल्कि मंदिर के लिए काफी लड़ाई लड़नी पड़ी. कोर्ट के चक्कर लगाने पड़े. इन्हें कहा गया कि मंदिर बनाने से शांति व्यवस्था बिगड़ जाएगी. आज हमारी सरकार में प्रमोद कृष्णम जी निश्चिंत होकर इस काम को शुरू कर पाए हैं. मुझे भरोसा है कि यह मंदिर इस बात का प्रमाण होगी कि हम बेहतर भविष्य को लेकर कितने सकारात्मक होकर रहने वाले लोग हैं."
ये भी पढ़ें