नई दिल्ली: भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की हालिया मीटिंग बेहद चर्चा में रही. हैदराबाद हाउस में पीएम मोदी ने ट्रंप को प्रजेंटेशन देने के लिए अपने आईपैड का इस्तेमाल किया जो उनका पसंदीदा गैजेट है. बताया जा रहा है कि ट्रंप के मन में सीएए को लेकर कुछ सवाल थे जिनका जवाब देने के लिए पीएम ने तुरंत आईपैड निकाला और उनका संदेह दूर किया.


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एक अंग्रेजी अखबार के मुताबिक पीएम मोदी ने अपने आईपैड की मदद से एक प्रजेंटेशन तैयार किया और ट्रंप को दिखाया. इसके बाद ट्रेड को लेकर दोनों के बीच बातें हुईं. ट्रंप के मन में ऐसी बातें भी थीं कि भारत का बर्ताव ट्रेड के लिहाज से अच्छा नहीं है. लेकिन पीएम मोदी ने ट्रंप को बताया कि उनके कार्यकाल में व्यापार घाटा कम हुआ है.


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गौरतलब है कि व्यापार दोनों देशों के बीच बड़ा मुद्दा है. इस यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच कोई खास समझौता तो नहीं हुआ लेकिन उम्मीद है कि आने वाले वक्त में कोई बड़ा व्यापारिक समझौता हो सकता है. पीएम मोदी ने अपने आईपैड पर ट्रंप को दिखाया कि उनके कार्यकाल के दौरान व्यापार घाटा कम हुआ है.


पीएम मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति को दिखाया कि अमेरिका से भारत का हाइड्रोकार्बन आयात 2013 में शून्य से बढ़कर 9 बिलियन डॉलर हो गया है. साथ ही ये भी बताया कि अमेरिका में भारतीय छात्र शिक्षा में डॉलर खर्च करके अमेरिकी खजाने में लगभग 6 बिलियन डॉलर का योगदान कर रहे हैं.


मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति से कहा कि ईसाइयों समेत जैन, बौद्ध, पारसी, हिंदू और सिखों को नागरिकता देने के लिए सीएए को लाया गया है. इससे भारतीय मुसलमानों को कोई नुकसान नहीं होगा जबकि ऐसे लोगों को काफा फायदा होगा.