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PM Modi LIVE: मज़दूर और मजबूर को मज़बूत बनाने के लिए आया 20 लाख करोड़ का आर्थिक पैकेज, भारत बनेगा 'आत्म-निर्भर'
PM Modi LIVE: मज़दूर और मजबूर को मज़बूत बनाने के लिए आया 20 लाख करोड़ का आर्थिक पैकेज, भारत बनेगा 'आत्म-निर्भर'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को रात आठ बजे देश को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कोरोना वायरस (COVID-19) महामारी और उसकी रोकथाम के लिए जारी ‘लॉकडाउन’ के प्रभाव से अर्थव्यवस्था को उबारने के लिये 20 लाख करोड़ रुपये के विशेष आर्थिक पैकेज की घोषणा की.
एबीपी न्यूज़
Last Updated:
12 May 2020 10:53 PM
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अर्थव्यवस्था को उबारने के लिए घोषित विशेष आर्थिक पैकेज का स्वागत करते हुए इसे देर से उठाया गया दुरूस्त कदम बताया. गहलोत ने पैकेज की घोषणा पर ट्वीट किया, ‘'प्रधानमंत्री मोदी द्वारा घोषित आर्थिक पैकेज बहुप्रतीक्षित था. देर आए दुरुस्त आए. हम इसका स्वागत करते हैं.'’ गहलोत ने आगे लिखा है कि पैकेज का ब्यौरा आने पर ही हमें पता चलेगा कि किस किस क्षेत्र को फायदा होने जा रहा है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज देश को संबोधित किया और आर्थिक पैकेज की घोषणा की. इसको लेकर कांग्रेस ने कहा है कि आपने सम्बोधन से मीडिया को ख़बर बनाने को “हेडलाइन” तो दे दी पर देश को “मदद की हेल्पलाइन” का इंतज़ार है. वादे से हक़ीक़त तक का सफ़र पूरा होने का इंतज़ार रहेगा. उन्होंने कहा कि घर वापसी करते लाखों प्रवासी मज़दूर भाईयों को राहत, घाव पर मरहम, आर्थिक सहायता व सुरक्षित घर लौटने की मदद पहली ज़रूरत है. उम्मीद थी आज आप इसकी घोषणा करेंगे. देश राष्ट्रनिर्माता मज़दूरों व श्रमिकों के प्रति आपकी निठुरता व असवेंदनशीलता से निराश है.
पीएम मोदी ने कहा कि ये संकट इतना बड़ा है, कि बड़ी से बड़ी व्यवस्थाएं हिल गई हैं. लेकिन इन्हीं परिस्थितियों में हमने, देश ने हमारे गरीब भाई-बहनों की संघर्ष-शक्ति, उनकी संयम-शक्ति का भी दर्शन किया है.
पीएम मोदी ने कहा कि लॉकडाउन का चौथा चरण, लॉकडाउन 4, पूरी तरह नए रंग रूप वाला होगा, नए नियमों वाला होगा. राज्यों से हमें जो सुझाव मिल रहे हैं, उनके आधार पर लॉकडाउन 4 से जुड़ी जानकारी भी आपको
18 मई से पहले दी जाएगी.
पीएम मोदी ने कहा कि आत्मनिर्भरता, आत्मबल और आत्मविश्वास
से ही संभव है. आत्मनिर्भरता, ग्लोबल सप्लाई चेन में कड़ी स्पर्धा के लिए भी देश को तैयार करती है.
पीएम मोदी ने कहा कि आपने भी अनुभव किया है कि बीते 6 वर्षों में जो
रिफॉर्म हुए, उनके कारण आज संकट के इस समय भी भारत की व्यवस्थाएं
अधिक सक्षम, अधिक समर्थ नज़र आईं हैं. अब रिफॉर्म के उस दायरे को व्यापक करना है, नई ऊंचाई देनी है. ये रिफॉर्मस खेती से जुड़ी पूरी सप्लाई चेन में होंगे, ताकि किसान भी सशक्त हो और भविष्य में कोरोना जैसे किसी दूसरे संकट में कृषि पर कम से कम असर हो.
पीएम मोदी ने कहा कि ये आर्थिक पैकेज देश के उस श्रमिक के लिए है,
देश के उस किसान के लिए है जो हर स्थिति, हर मौसम में देशवासियों के लिए दिन रात परिश्रम कर रहा है. ये आर्थिक पैकेज हमारे देश के मध्यम वर्ग के लिए है, जो ईमानदारी से टैक्स देता है, देश के विकास में अपना योगदान देता है.
पीएम मोदी ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को सिद्ध करने के लिए, इस पैकेज में लैंड, लेबर, Liquidity और Laws, सभी पर बल दिया गया है. ये आर्थिक पैकेज हमारे कुटीर उद्योग, गृह उद्योग, हमारे लघु-मंझोले उद्योग, हमारे MSME के लिए है, जो करोड़ों लोगों की आजीविका का साधन है, जो आत्मनिर्भर भारत के हमारे संकल्प का मजबूत आधार है.
पीएम मोदी ने कहा कि इन सबके जरिए देश के विभिन्न वर्गों को, आर्थिक व्यवस्था की कड़ियों को, 20 लाख करोड़ रुपए का संबल मिलेगा, सपोर्ट मिलेगा. 20 लाख करोड़ रुपए का ये पैकेज, 2020 में देश की विकास यात्रा को, आत्मनिर्भर भारत अभियान को एक नई गति देगा.
पीएम मोदी ने कहा कि हाल में सरकार ने कोरोना संकट से जुड़ी जो आर्थिक घोषणाएं की थीं, जो रिजर्व बैंक के फैसले थे, और आज जिस आर्थिक पैकेज का ऐलान हो रहा है, उसे जोड़ दें तो ये करीब-करीब
20 लाख करोड़ रुपए का है. ये पैकेज भारत की GDP का करीब-करीब
10 प्रतिशत है.
पीएम मोदी ने आर्थिक पैकेज का एलान किया है. उन्होंने कहा कि कोरोना संकट का सामना करते हुए, नए संकल्प के साथ मैं आज एक विशेष आर्थिक पैकेज की घोषणा कर रहा हूं. ये आर्थिक पैकेज, आत्मनिर्भर भारत अभियान' की अहम कड़ी के तौर पर काम करेगा.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज हमारे पास साधन हैं, हमारे पास सामर्थ्य है, हमारे पास दुनिया का सबसे बेहतरीन टैलेंट है, हम Best Products बनाएंगे, अपनी Quality और बेहतर करेंगे, सप्लाई चेन को और आधुनिक बनाएंगे, ये हम कर सकते हैं और हम जरूर करेंगे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि दुनिया को विश्वास होने लगा है कि भारत बहुत अच्छा कर सकता है, मानव जाति के कल्याण के लिए बहुत कुछ अच्छा
दे सकता है. सवाल यह है - कि आखिर कैसे? इस सवाल का भी उत्तर है-130 करोड़ देशवासियों का आत्मनिर्भर भारत का संकल्प.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के नाम संबोधन में कहा कि जिंदगी और मौत की लड़ाई लड़ रही दुनिया में आज भारत की दवाइयां एक नई आशा लेकर पहुंचती हैं. इन कदमों से दुनिया भर में भारत की भूरि-भूरि प्रशंसा होती है, तो हर भारतीय गर्व करता है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के नाम संबोधन में कहा कि जब भारत खुले में शौच से मुक्त होता है तो दुनिया की तस्वीर बदल जाती है. टीबी हो, कुपोषण हो, पोलियो हो, भारत के अभियानों का असर दुनिया पर पड़ता ही पड़ता है. इंटरनेशनल सोलर अलायंस, ग्लोबर वॉर्मिंग के खिलाफ भारत की सौगात है. इंटरनेशनल योगा दिवस की पहल, मानव जीवन को तनाव से मुक्ति दिलाने के लिए भारत का उपहार है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जो पृथ्वी को मां मानती हो, वो संस्कृति, वो भारतभूमि, जब आत्मनिर्भर बनती है, तब उससे एक सुखी-समृद्ध विश्व की संभावना भी सुनिश्चित होती है. भारत की प्रगति में तो हमेशा विश्व की प्रगति समाहित रही है. भारत के लक्ष्यों का प्रभाव, भारत के कार्यों का प्रभाव, विश्व कल्याण पर पड़ता है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि विश्व के सामने भारत का मूलभूत चिंतन,
आशा की किरण नजर आता है. भारत की संस्कृति, भारत के संस्कार, उस आत्मनिर्भरता की बात करते हैं जिसकी आत्मा वसुधैव कुटुंबकम है. भारत जब आत्मनिर्भरता की बात करता है, तो आत्मकेंद्रित व्यवस्था की वकालत नहीं करता. भारत की आत्मनिर्भरता में संसार के सुख, सहयोग और शांति
की चिंता होती है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के नाम संबोधन में कहा कि एक राष्ट्र के रूप में आज हम एक बहुत ही अहम मोड़ पर खड़े हैं. इतनी बड़ी आपदा, भारत के लिए एक संकेत लेकर आई है, एक संदेश लेकर आई है, एक अवसर लेकर आई है. जब कोरोना संकट शुरु हुआ, तब भारत में एक भी पीपीई (PPE) किट नहीं बनती थी. एन-95 मास्क का भारत में नाममात्र उत्पादन होता था. आज स्थिति ये है कि भारत में ही हर रोज 2 लाख PPE और 2 लाख एन-95 मास्क बनाए जा रहे हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जब हम इन दोनों कालखंडो को भारत के नजरिए से देखते हैं तो लगता है कि 21वीं सदी भारत की हो, ये हमारा सपना नहीं, ये हम सभी की जिम्मेदारी है. विश्व की आज की स्थिति हमें सिखाती है कि इसका मार्ग एक ही है- "आत्मनिर्भर भारत".
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि थकना, हारना, टूटना-बिखरना, मानव को मंजूर नहीं है. सतर्क रहते हुए, ऐसी जंग के सभी नियमों का पालन करते हुए,
अब हमें बचना भी है और आगे भी बढ़ना है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि एक वायरस ने दुनिया को तहस-नहस कर दिया है. विश्व भर में करोड़ों जिंदगियां संकट का सामना कर रही हैं. सारी दुनिया, जिंदगी बचाने की जंग में जुटी है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का देश के नाम संबोधन शुरू हो गया है. उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण से मुकाबला करते हुए दुनिया को अब चार महीने से ज्यादा हो रहे हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी थोड़ी कुछ देर बाद देश को संबोधित करेंगे. पीएम लॉकडाउन बढ़ाने जाने का एलान कर सकते हैं. देश के नाम संबोधन को लेकर पीएम मोदी ने खुद ट्वीट कर जानकारी दी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अब से करीब 45 मिनट बाद देश को संबोधित करेंगे. अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी 25 मार्च से जारी लॉकडाउन को बढ़ाने का एलान कर सकते हैं.
बैकग्राउंड
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज रात आठ बजे देश को संबोधित करेंगे. उन्होंने खुद ट्वीट कर इसकी जानकारी दी. कोरोना वायरस के मामले देश में सामने आने के बाद पीएम मोदी का यह देश के नाम चौथा संबोधन है. पीएम आज के संबोधन में कोरोना वायरस को लेकर जारी लॉकडाउन को आगे बढ़ाने पर चर्चा कर सकते हैं. लॉकडाउन 3.0 पांच दिन बाद यानि 17 मई को खत्म हो रहा है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कल मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक की थी. इस दौरान उन्होंने लॉकडाउन बढ़ाए जाने के संकेत दिए थे. दरअसल, देश में कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ रहे हैं.
आज कोरोना वायरस संक्रमण से मरने वालों की संख्या 2,293 तक पहुंच गई जबकि संक्रमितों की संख्या 70,756 हो गई है. सोमवार सुबह आठ बजे से 24 घंटे के भीतर 3,604 नए मामले सामने आए हैं और 87 लोगों की मौत हुई है.
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, देश में COVID-19 के 46,008 मरीजों का इलाज चल रहा है. 22,454 लोग अब तक ठीक हो चुके हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने बताया कि अब तक 31.73 फीसदी मरीज स्वस्थ हो चुके हैं.
देश में राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन 25 मार्च से लागू है. लॉकडाउन का दूसरा चरण तीन मई को समाप्त हुआ था, जबकि पहला चरण 14 अप्रैल को समाप्त हुआ था.