नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी ने केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और बीजेपी के नेशनल जनरल सेक्रेटरी अरुण सिंह को असम के लिए केंद्रीय ऑबज़र्वर नियुक्त किया है. इनकी अगुवाई में ही नवनिर्वाचित एमएलए रविवार को गुवाहाटी में विधायक दल का नेता चुनेंगे.
आपको बता दें कि असम की कमान किस नेता को सौंपी जाए, इसको लेकर कल दिल्ली में बीजेपी आलाकमान के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक हुई. बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के आवास पर चार घंटे तक चली बैठक में तय किया गया कि रविवार को गुवाहाटी में विधायक दल की बैठक बुलाई जाएगी. इस बैठक में विधायक दल का नेता चुना जाएगा.
बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व ने असम में अगली सरकार के नेतृत्व को लेकर चर्चा करने के लिए शुक्रवार को असम के निवर्तमान मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल और स्वास्थ्य मंत्री हिमंत बिस्व सरमा को दिल्ली बुलाया था. नड्डा के निवास पर असम के दोनों नेताओं , अमित शाह और बीजेपी महासचिव (संगठन) बी एल संतोष और पार्टी अध्यक्ष के बीच तीन दौर की बैठकें हुई हैं. ये बैठकें चार घंटे से अधिक समय तक चलीं.
पहले दो दौर की बैठकों में बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व ने असम के दोनों नेताओं के साथ अलग-अलग बैठक की. तीसरे और अंतिम दौर में बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व ने दोनों नेताओं से एक-साथ बातचीत की.
सर्बानंद सोनोवाल और हिमंत बिस्व सरमा, जेपी नड्डा के निवास पर अलग-अलग पहुंचे, लेकिन बैठक के बाद दोनों एक ही कार में साथ निकले. असम के सोनोवाल-कछारी आदिवासी समुदाय से संबंध रखने वाले सोनोवाल और उत्तर पूर्व लोकतांत्रिक गठबंधन के संयोजक सरमा मुख्यमंत्री पद के मजबूत दावेदार हैं.
बीजेपी ने असम में चुनाव से पहले मुख्यमंत्री पद के अपने उम्मीदवार की घोषणा नहीं की थी. उसने 2016 विधानसभा चुनाव में सोनोवाल को इस पद के उम्मीदवार के रूप में पेश किया था और चुनाव जीता था. इसी के साथ पूर्वोत्तर में भगवा दल की पहली सरकार गठित हुई थी. इस बार,पार्टी कहती रही कि वह चुनाव के बाद फैसला करेगी कि असम का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा.
बीजेपी ने 126 सदस्यीय असम विधानसभा में 60 सीटों पर जीत दर्ज की है, जबकि उसकी गठबंधन सहयोगी असम गण परिषद से नौ और यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल ने छह सीटें जीतीं.