ED Action Against Naresh Goyal: प्रवर्तन निदेशालय ने बुधवार (1 नवंबर) को कहा कि कथित बैंक ऋण धोखाधड़ी में जेट एयरवेज के संस्थापक नरेश गोयल, उनके परिवार के सदस्यों और कंपनियों की लंदन, दुबई और भारत में करीब 538 करोड़ रुपये की संपत्तियां कुर्क की गई हैं. कुर्क की गई संपत्तियों में 17 फ्लैट, बंगले और वाणिज्यिक परिसर शामिल हैं. 


ईडी ने कहा, "लंदन, दुबई और भारत के विभिन्न शहरों में स्थित ये संपत्तियां जेट एयर प्राइवेट लिमिटेड और जेट एंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड जैसी विभिन्न कंपनियों, गोयल, उनकी पत्नी अनीता और बेटे निवान के नाम पर हैं."  


एक सिंतबर को हुई थी गिरफ्तारी
ईडी ने नरेश गोयल (74) को एक सितंबर को गिरफ्तार किया था और मंगलवार (31 अक्टूबर) को मुंबई में विशेष धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) अदालत के समक्ष उनके खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया था. कैनरा बैंक से 535 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के मामले में एक सितंबर को लंबी पूछताछ के बाद नरेश गोयल को गिरफ्तार किया गया था. इसके बाद उन्हें ज्यूडिशियल कस्टडी में भेजा गया था.


बैंक ने आरोप लगाया था कि जेआईएल ने कमीशन खर्च में से संबंधित कंपनियों को 1,410.41 करोड़ रुपये का भुगतान किया था, जिसमें पैसों की हेराफेरी की गई. ईडी ने अपने आरोप पत्र में नरेश गोयल पर बैंक के पैसों को बाहर भेजने का आरोप लगाया.


2019 में बंद हुआ था जेट एयरवेज
नरेश गोयल ने साल 1993 में जेट एयरवेज की स्थापना की थी. साल 2019 में कर्ज न चुका पाने के कारण अप्रैल 2019 ने जेट एयरवेज की सेवाओं को बंद कर दिया गया था. फोर्ब्स के मुताबिक 2012 में नरेश गोयल भारत के 16वें सबसे अमीर व्यक्ति रह चुके हैं. इस साल केंद्रीय जांच एजेंसी ने नरेश गोयल के आवास और ऑफिस संहित मुंबई में सात स्थानों पर छापे मारे थे.


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