नेहरू संग्रहालय पर अब पूर्व PM गुजराल के बेटे ने उठाए सवाल, कहा- उन पर कैसे रखा जा सकता है म्यूजियम का नाम?
Nehru Memorial Renaming: पूर्व प्रधानमंत्री इंद्र कुमार गुजराल के बेटे नरेश गुजराल ने नेहरू संग्रहालय का नाम बदले जाने पर इसका समर्थन किया है.
Naresh Gujral On Nehru Memorial Renaming: दिल्ली के तीन मूर्ति भवन परिसर स्थित 'प्रधानमंत्री संग्रहालय और पुस्तकालय सोसाइटी' के नाम को लेकर राजनीतिक प्रतिक्रियाएं लगातार आ रही हैं. पहले इस संग्रहालय का नाम देश पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के नाम पर था. शुक्रवार (16 जून) को सरकार ने इसका नाम 'नेहरू स्मारक संग्रहालय और पुस्तकालय सोसाइटी' से बदलकर 'प्रधानमंत्री संग्रहालय और पुस्तकालय सोसाइटी’ कर दिया.
इस बीच पूर्व प्रधानमंत्री इंद्र कुमार गुजराल के बेटे और शिरोमणि अकाली दल के नेता नरेश गुजराल ने कहा है कि वह जवाहरलाल नेहरू को सर्वोच्च सम्मान देते हैं लेकिन संग्रहालय का नाम उन पर (नेहरू) कैसे रखा जा सकता है.
नेहरू संग्रहालय का नाम बदले जाने पर नरेश गुजराल ये बोले
न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत के दौरान नरेश गुजराल ने कहा, ''जहां तक नाम को लेकर विवाद है, मुझे लगता है कि यह गैर-जरूरी विवाद है. जब वहां 15 प्रधानमंत्रियों के काम को पहचान मिल रही है, जब सग्रहालय सभी 15 पीएम के लिए है तो अब इसका नाम जवाहरलाल नेहरू के नाम पर कैसे रखा जा सकता है? इसलिए मुझे लगता है कि यह अनावश्यक विवाद है.''
नरेश गुजरात ने आगे कहा, ''हालांकि, व्यक्तिगत रूप से मैं जवाहरलाल नेहरू को सर्वोच्च सम्मान देता हूं और मुझे लगता है कि वह आधुनिक भारत के शिल्पकार थे, उन्होंने भारत को मजबूत बनाने की नींव रखी, फिर भी जब हम उनके नाम पर विवाद पैदा करने की कोशिश करते हैं तो हम उनकी स्मृतियों को कम करते हैं.''
#WATCH | Delhi:...Controversy over the renaming ( of Nehru Memorial Museum and Library) is needless. When the work of 15 Prime Ministers is being recognised there & the museum is for all 15, how can it be named after Jawaharlal Nehru now?...when we try to create a controversy in… pic.twitter.com/6JYhYXw82J
— ANI (@ANI) June 17, 2023
एक अन्य पूर्व PM के बेटे का रिएक्शन
वहीं, भारत के एक अन्य पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के बेटे नीरज शेखर ने भी इसी मुद्दे पर सोशल मीडिया के जरिये प्रतिक्रिया जाहिर की है. बीजेपी के राज्यसभा सांसद शेखर ने म्यूजियम का नाम बदलने के कदम पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना करते हुए कांग्रेस पर निशाना साधा.
सांसद शेखर कहा कि उनके पिता ने कांग्रेस के साथ भी काम किया था लेकिन वह पार्टी कभी वंश से परे नहीं देख पाई. उन्होंने संग्रहालय में अब प्रत्येक पीएम को सम्मान मिलने की बात कही. वह कांग्रेस अध्यक्ष की आलोचना का जवाब दे रहे थे.
शुक्रवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने ट्वीट करते हुए कहा था कि जिनका कोई इतिहास नहीं वो दूसरों का मिटाने चले हैं. उन्होंने बीजेपी पर तानाशाही रवैये रखने का आरोप लगाया था.
यह भी पढ़ें- नेहरू संग्रहालय का नाम बदलने पर इस पूर्व PM के बेटे ने की प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ, कांग्रेस को बताया 'वंशवादी'