अहमदाबाद: गोधरा कांड के बाद 2002 में हुए नरौदा पाटिया दंगा मामले के एक आरोपी की पैसे को लेकर हुए झगड़े के बाद दो लोगों ने कथित रूप से हत्या कर दी. आरोपियों में से एक नाबालिग है. नरौदा थाने के एक अधिकारी ने रविवार को बताया कि नरौदा पाटिया दंगा मामले में सजा याफ्ता कालू ठाकुर पिछले कुछ हफ्तों से पैरोल पर जेल से बाहर था.
उन्होंने बताया कि दो आरोपियों ने तेज धार हथियार से उसकी हत्या कर दी, दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है. नरौदा थाने के निरीक्षक परेश खम्भाला ने बताया कि घटना शनिवार की देर रात कृष्णानगर चौराहे पर हुई. उन्होंने कहा, ‘‘पैसे के लेन-देन को लेकर ठाकुर का दोनों से कुछ झगड़ा हुआ. हत्या के बाद हमने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. एक आरोपी नाबालिग है और दूसरे की पहचान कमलेश चुनारा के रूप में हुई है.’’
97 लोगों की हुई थी हत्या
गौरतलब है कि गोधरा स्टेशन पर साबरमती एक्सप्रेस में आगजनी की घटना के एक दिन बाद 28 फरवरी 2002 को अहमदाबाद में नरौदा पाटिया इलाके में उग्र भीड़ ने 97 लोगों की हत्या कर दी थी जिसमें अधिकतर अल्पसंख्यक थे. इस मामले में कालू को सजा सुनाई गई थी.
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