हैदराबाद: अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी, नेशनल एयरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (नासा) ने कोविड-19 मरीजों के इलाज के लिए विटल वेंटिलेटर बनाने के लिए तीन भारतीय कंपनियों को चुना है. तेलंगाना के उद्योग मंत्री के.टी. रामा राव ने गुरुवार इस बात पर खुशी जाहिर की कि तीनों कंपनियां हैदराबाद से संचालित होती हैं.
नासा द्वारा गंभीर रूप से बीमार कोविड-19 मरीजों के इलाज के लिए वेंटिलेटर इंटरवेंशन टेक्नॉलॉजी एक्सेसिबल लोकली (विटल) वेंटिलेटर बनाने के लिए दुनिया भर से चुनी गईं 21 कंपनियों में अल्फा डिजाइन टेक्नॉलॉजीज प्रा. लिमिटेड, भारत फोर्ज लिमिटेड और मेधा सर्वो ड्राइव्स प्रा. लिमिटेड शामिल हैं.
मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव के पुत्र रामा राव ने ट्वीट किया, "यह जानकर बहुत खुशी हुई है कि सभी तीनों कंपनियां हैदराबाद से संचालित हो रही हैं. अमेरिका भारत सहभागिता दोनों देशों के रणनीतिक हित और विकास के लिए महत्वपूर्ण है."
केटीआर ने हैदराबाद में अमेरिकी महावाणिज्यदूत जोएल रीफमैन द्वारा पूर्व में किए गए ट्वीट को रीट्वीट किया.
अमेरिकी महावाणिज्यदूत ने ट्वीट किया था, "वाकई में बधाई, यह देख कर कोई आश्चर्य नहीं कि नासा के विटल वेंटिलेटर विनिर्मित कर रही सभी तीनों कंपनियां हैदराबाद में हैं, जबकि मेधा सर्वो ड्राइव्स का मुख्यालय यहां है. अमेरिका भारत सहभागिता हमारे दोनों देशों को अधिक मजबूत बनाती है."
नासा के जेट प्रोपल्सन लैबोरेटरी द्वारा किए गए एक ट्वीट के अनुसार, विनिर्माताओं को कोविड-19 स्पेसिफिक वेंटिलेटर विटल को बनाने के लिए चुना गया है. "यह पारंपरिक वेंटिलेटर की तुलना में सरल और सस्ता है, जिससे पारंपरिक वेंटिलेटर को अधिक गंभीर लक्षणों के लिए मुक्त रखा जा सकता है. इसकी डिजाइन को फील्ड हॉस्पिटल्स में इस्तेमाल किया जा सकता है."