'वसीम नहीं, मोनू को जेल भेजिए', जुनैद-नासिर हत्याकांड की रिपोर्टिंग करने वाले पत्रकार की गिरफ्तारी पर भड़के ओवैसी
Junaid-Naseer's Killing: जुनैद और नासिर को कथित रूप से जिंदा जला दिया गया था. वसीम अकरम मेव इस मामले पर लगातार रिपोर्टिंग कर रहे थे. अब उनकी गिरफ्तारी की खबर आई है.
Junaid-Naseer's Killing: जुनैद-नासिर हत्याकांड की कवरेज करने वाले एक पत्रकार की गिरफ्तारी की खबरों पर आल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के नेता असदुद्दीन ओवैसी ने राहुल गांधी और राजस्थान की कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा है. हैदराबाद सांसद ने कहा कि उसे इसलिए गिरफ्तार किया गया, क्योंकि उसका नाम वसीम है.
असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट कर लिखा, खबर आयी है कि जुनैद-नासिर की हत्या पर मुसलसल रिपोर्टिंग करने वाले पत्रकार वसीम अकरम मेव को गिरफ्तार कर लिया गया. वसीम की बद-क़िस्मती है कि उसका नाम वसीम है. वो कैंब्रिज जाकर सूट बूट पहन कर अभिव्यक्ति की आज़ादी पर ज्ञान नहीं दे सकते."
राहुल गांधी पर निशाना
असदुद्दीन का इशारा कांग्रेस नेता राहुल गांधी की तरफ था जिन्होंने इसी हफ्ते 1 मार्च को ब्रिटेन की कैंब्रिज यूनिवर्सिटी में संबोधन दिया था. इस दौरान राहुल गांधी ने भारत में अभिव्यक्ति को खतरे में बताते हुए मोदी सरकार पर निशाना साधा था. पत्रकार की गिरफ्तारी पर ओवैसी ने राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत से कहा कि वसीम को नहीं, मोनू को जेल भेजिए. डबल मर्डर में मोनू मानेसर नाम के शख्स पर हत्या का आरोप लग रहा है.
पत्रकार को किया गया रिहा
इस मामले में राजस्थान की भरतपुर पुलिस ने बताया कि वसीम अकरम मेव को वीआईपी घेरा तोड़ने के कारण गिरफ्तार किया गया था. पुलिस ने पत्रकार की रिहाई की पुष्टि की है.
भरतपुर पुलिस ने ओवैसी के ट्वीट के जवाब में लिखा है कि वसीम अकरम मेव और कामिल खान के खिलाफ धरने पर बैठने के संबंध में पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं की. इन दोनों युवकों को मुख्यमंत्री महोदय, राजस्थान सरकार के घाटमीका आगमन पर वीआइपी सुरक्षा घेरे को तोड़ने के कारण गिरफ़्तार किया एवं विधिनुसार पाबंद करवाकर रिहा किया गया है."
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